मुंबई वार्ता/हरीशचंद्र पाठक
प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय के विलेपार्ले शाखा की ओर से महाशिवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो चुका है। २० फरवरी से शुरू हुए महाशिवरात्रि का पर्व २७ फरवरी तक चलेगा।अँधेरी पश्चिम के डी. एन. नगर प्रगति मैदान में सुबह ७ से १२ और शाम ४ से ९ बजे तक महाशिवरात्रि का पर्व शुरू हो गया है।
बता दें कि सत्यम शिवम् सुंदरम ज्योतिर्बिंदु परमात्मा शिव की प्रतिमा का विशेष पूजन एवं अभिषेक महाशिवरात्रि के दिन किया जाता है। वास्तव में महाशिवरात्रि पर्व क्यों मनाया जाता है। इसके पीछे क्या आध्यात्मिक रहस्य है? क्या यह परमात्मा के अवतरण का सूचक है? परमात्मा इस धरती पर कब और किस तरह अवतरित होते है? और आकर हम सबको अज्ञान की गहरी नींद से कैसे जागते है? इन सभी प्रश्नो के जवाब इस आध्यात्मिक मेले में मिल रहा है।
कहा जाता है कि – ज्ञान सूर्य प्रगटा और अज्ञान अंधेर विनाश। परमपिता परमात्मा फिर से इस भारत भूमि पर आकर ब्रह्मा कुमारीज संस्था द्वारा स्वर्णिम भारत बनाने का श्रेष्ठ कार्य कर रहे है। शिव अवतरण से स्वर्णिम भारत आध्यात्मिक मेले का मुख्य आकर्षण है। यहां पर १५ फ़ीट का नारियल का शिवलिंग,द्वादश ज्योतिर्लिंगम दर्शन,स्वर्णिम भारत दर्शन, चैतन्य देवियों की जानकी कुम्भ कर्ण की भव्य स्वचालित प्रतिमा,शांति अनुभूति मैडिटेशन कुटीर, निशुल्क मेडिकल कैंप, व्यसन मुक्ति स्टाल जीवन मूल्य आधारित खेल- आध्यात्मिक परामर्श स्टाल लगाया गया है।
इसके अलावा विशेष आध्यात्मिक प्रवचन माला का आयोजन२३, २४, २५ और २६ फरवरी २०२५ शाम ५-३० से ६-३०के बीच आयोजित किया गया है।इसके साथ ही त्रिदिवसीय निशुल्क राजयोग शिविर का आयोजन भी किया गया है।