अवधि समाप्त होने के बाद भी शुरू क्रेशर पर अमरावती कलेक्टर हेड की कार्रवाई।
अमरावती माइनिंग विभाग ने पहली मुहिम में ही गिट्टी खाद के मालिक को नोटिस जारी कर दिया
सतीश सोनी/ मुंबई वार्ता

अमरावती कलेक्टर खनन विभाग के अधिकारी डॉ. इमरान खान ने अवैध रूप से संचालित खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सीधे मालिक को नोटिस जारी किया है। अवधि समाप्त हो जाने के बाद भी कई महीने से खदान का काम शुरू था।
● अविनाश खत्री की खदान पर प्रशासन का सर्जिकल स्ट्राइक
स्थानीय गट क्रमांक 90/ वन यह खदान एस. एल. खत्री अँड कंपनी द्वारा भागीदार अविनाश शामलाल खत्री चलाते है। खदान की अवधी 24 जून 2023 मे खत्म होने के बाद भी उत्खनन चल रहा था। प्रशासन ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए खत्री की करतुत का भंडाफोड किया है।


जानकारी के मुताबिक नांदगाव पेठ के मंडल अधिकारी और मौजा जलका के पटवारी ने खदान स्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया और इस मामले में अविनाश खत्री को अमरावती तहसील कार्यालय के माध्यम से नोटीस जारी कर 27 मार्च को सुनवाई के लिए बुलाया था। सुनवाई के दौरान मंडल अधिकारी और पटवारी की पंचनामा रिपोर्ट पेश की गई जिसमे अनियमितता सामने आई है।
इस साल 24 मार्च को खनिकर्म अधिकारी व तहसीलदार ने संयुक्त रूप से नांदगाव पेठ एमआयडीसी खंड स्थित हर्मन इंडिया कंपनी के निकट चल रहे निर्माण स्थल का दौरा किया था। वहा अनुमानीत 75 ब्रास पत्थर, 40 ब्रास 20 एम एम गिट्टी और 10 ब्रास क्रश पाया गया। कंपनी मे उपस्थित अधिकारी व कर्मचारीयों से पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि ऊक्त गौण खनिज खत्री कंपनी की ओर से अविनाश खत्री से खरीदे गये है। रॉयलटी के बारे मे पूछने पर जवाब नही दे पाये। आज तक खत्री कंपनी द्वारा अविनाश शामलाल खत्री से 18 अगस्त 2024 से 18 मार्च 2025 तक 116.50 ब्रास क्रश सॅड, 135 ब्रास 10 एम एम गिट्टी, 105 ब्रास क्रश सेंड खरीदने का विवरण प्रत्र प्रस्तुत किया। इस जानकारी के आधार पर खत्री के खदान पर अधिकारीयों ने छापा मारा।
अधिकारी खदान स्थल पहुचे तो वहा तीन क्रशर मशीन, दो पोकलँड, एक जेसीबी मशीन, पाच डंपर नजर आए। खदान परिसर में अलग अलग जगह पर 1000 ब्रास पत्थर, 20 एमएम 1050 ब्रास गीते, 2500 ब्रास 10 एमएम गिट्टी का स्टॉक नजर आया। क्रशर के निकट सर्वे नंबर 93 की खदान पानी से पूरी तर भरी और बंद थी। 3 क्रशर मे से एक खदान के पास पाया गया। खदान से उत्खनन भी नजर आया । खदान मे अवैध ब्लास्टिंग भी की गई थी। ब्लास्टिंग के लिए इस्तेमाल केबल और पानी उपसने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मोटर व पाईप भी नजर आई। खदान मे पोकलेन का इस्तमाल किया गया था।इस की पूरी रिपोर्ट खनिकर्मा अधिकारी ने तहसीलदार को सोंपी ।


