श्रीश उपाध्याय/मुंबई

आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े और राखी सावंत के बीच समझौता हो गया है। समीर वानखेड़े ने व्यक्तिगत कारणों से राखी सावंत और उनके वकील अली काशिफ खान देशमुख के खिलाफ मुंबई की एक अदालत से दायर मानहानि का मुकदमा वापस ले लिया है।


अपने मुकदमे में समीर वानखेड़े ने कहा था कि देशमुख ने समाचार चैनलों को दिए इंटरव्यू में उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर आपत्तिजनक और निराधार कंटेंट पोस्ट किया था। राखी सावंत ने वकील द्वारा संलग्न दस्तावेजों समेत उनके सोशल मीडिया पोस्ट को फिर से पोस्ट किया था।
जब वानखेड़े ने मुकदमा वापस लेना चाहा तो उस वक्त कोर्ट ने उन्हें और देशमुख को व्यक्तिगत रूप से अदालत में उपस्थित होकर अपना निर्णय बताने का निर्देश दिया था।
इस मामले पर बोलते हुए देशमुख ने कहा, “हमने अपने विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया है और एक-दूसरे के भविष्य की संभावनाओं के लिए तत्पर हैं। आपस में लड़ने के बजाए वास्तविक छिपे हुए दुश्मनों के खिलाफ लड़ रहे हैं। इसका एक उदाहरण देखा जा सकता है कि मैं राजनेता नवाब मलिक के खिलाफ उनकी बहन एडवोकेट यास्मीन वानखेड़े के आपराधिक मामले को भी देख रहा हूं।”