श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावो में भाजपा को मिली जीत से हर महायुति नेता खुश हैं, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री, मौजूदा उपमुख्यमंत्री और भावी मुख्यमंत्री को बच्चों की तरह गोंद में झुला कर जिस प्रकार से भाजपा नेता मोहित कंबोज ने खुशी जाहिर की, उससे एक सवाल खड़ा हुआ कि आखिर मोहित कंबोज इतना खुश क्यों है ?


भावी मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस को बच्चों की तरह गोंद में झुला कर (वो भी मीडिया के सामने) मोहित कंबोज क्या साबित करना चाह रहे थे ? क्या वे यह बताना चाहते है कि महाराष्ट्र की सत्ता अब उनकी बाहों में झूलेगी? या उन्हें इस बात की खुशी है कि जिस 100 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में उन्हें अदालत से क्लीन चिट मिली थी, अब कम से कम उस आदेश की खिलाफत नहीं होगी.


जीत की खुशी मे उन्होने अपने घर पर भाजपा विधायक अमित साटम को भी बाहों मे झुलाया ,जिसकी फोटो X पर वायरल है. यह उनका निजी मामला है.
लेकिन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भावी मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस को पूरी मीडिया के सामने बच्चों की तरह झुलाना , वो भी ऐसे व्यक्ती द्वारा जो कि सिर्फ एक साल पहले तक 100 करोड़ रुपयों की बैंक धोखेबाजी का आरोपी था, जनता के बीच देवेन्द्र फड़णवीस की क्या छवी पेश करेगा ? यही ना कि अगर सत्ता आपकी बाहों मे झुल रही हो तो आप बैंक धोखाधड़ी क्या किसी भी आरोप से मुक्त हो सकते हैं.
देश की न्याय व्यवस्था पर पहले ही लोगों का विश्वास कम हो रहा है. ऐसे में यदि भावी मुख्यमंत्री ही इस तरह बैंक फ्रॉड के आरोपी रह चुके लोगों की बाहों में हिचकोले खाएंगे तो जनता सरकार पर कितना विश्वास रखेगी?