शिव पूजन पांडेय/मुंबई वार्ता

होली पर्व के सामाजिक समरसता के महत्त्व को रेखांकित किये बिना यह चर्चा अधूरी रहेगी. होली एकमात्र ऐसा त्योहार है जिसमें लोगों के बीच ऊंच- नीच, छोटे- बडे का कोई भेद भाव नहीं रहता. सभी जाति और वर्ग के लोग मिल जुल कर इस पर्व को मनाते हैं. नर और नारी दोनों मिलकर इस अनुपम त्योहार को उत्साह पूर्वक सार्वजनिक रूप से मनाते हैं.
विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी उत्तर भारतीय समाज की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी संस्था उत्तर भारतीय संघ द्वारा 14 मार्च को शाम 6 बजे बांद्रा पूर्व स्थित उत्तर भारतीय संघ भवन में ठंडई और प्रीति भोज के साथ रंगारंग सांस्कृतिक होली व लोकगीत का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
संघ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह , महामंत्री देवेंद्र तिवारी तथा सभी पदाधिकारियों ने लोगों से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।