■ करीब 5 लाख 21 हजार 354 छात्रों को लाभ मिला है
मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

16 जून से स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले लाखों छात्रों को सीधे उनके स्कूल में एसटी पास वितरित किए जा रहे हैं। केवल 15 दिनों में, अर्थात 16 जून से 30 जून तक, 5 लाख 21 हजार 354 छात्रों ने इस योजना का लाभ उठाया है। यह जानकारी परिवहन मंत्री और एसटी निगम के अध्यक्ष श्री प्रताप सरनाईक ने दी।


मंत्री सरनाईक ने कहा कि नए शैक्षणिक वर्ष के पहले सेमेस्टर की स्कूलें 16 जून से शुरू हो गई हैं। सरकार ने एसटी के जरिए छात्रों को घर से स्कूल जाने के लिए 66.66% की छूट दी है। छात्र केवल 33.33% राशि का भुगतान करके मासिक पास प्राप्त कर सकते हैं। इसके तहत एसटी कर्मचारियों ने अपने स्कूलों में जाकर 1 लाख 61 हजार 204 छात्रों को पास वितरित किए। इसी तरह, सरकार की “पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर” योजना के तहत 12 वीं कक्षा तक पढ़ने वाली सभी छात्राओं को “निशुल्क” एसटी पास वितरित किए जाते हैं। इसके तहत 3 लाख 21 हजार 354 लड़कियों को उनके स्कूलों में जाकर पास वितरित किए गए।
पहले, छात्रों को अपना पास लेने के लिए एसटी पास केंद्र पर जाकर कतार में खड़ा होना पड़ता था। या वे समूहों में डिपो जाते थे और डिपो प्रबंधन से अपना पास प्राप्त करते थे। अब, छात्रों को पास के लिए कतार में नहीं खड़ा होना पड़ेगा। एसटी कर्मचारी अपने स्कूल और कॉलेजों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार सीधे स्कूल में छात्रों को अपना एसटी पास दे रहे हैं। इस संबंध में एसटी प्रशासन द्वारा 16 जून से विशेष अभियान “एसटी पास सीधे आपके स्कूल में” चलाया जा रहा है। इससे पहले एसटी डिपो प्रबंधकों ने सभी स्कूल और कॉलेजों के प्रधानाध्यापकों और प्राचार्यों को पत्र लिखकर नए साल में अपने स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की सूची तैयार रखने को कहा था। इस अभिनव योजना से राज्य भर में पढ़ने वाले लाखों छात्रों को फायदा हो रहा है। यह बात मंत्री सरनाईक ने कही।
■ स्कूल बस रूट रद्द नहीं किए जाने चाहिए
जून से नया शैक्षणिक वर्ष शुरू हो गया है। लाखों छात्र एसटी बसों से स्कूल जाते हैं। उनके लिए एसटी द्वारा हजारों स्कूल रूट शुरू किए गए हैं। लेकिन विभिन्न कारणों से कुछ रूट अचानक रद्द कर दिए जाते हैं, ऐसी शिकायतें स्कूली छात्रों और उनके अभिभावकों की ओर से आ रही हैं। खासकर तब जब आदिवासी गांवों और दूरदराज के इलाकों में स्कूली छात्रों के लिए केवल एक ही बस रूट उपलब्ध है। अगर इसे रद्द कर दिया जाता है, तो उन्हें काफी असुविधा होगी। इसलिए अब से हर डिपो प्रमुख को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके क्षेत्र में स्कूल रूट किसी भी परिस्थिति में रद्द न हों! ऐसे निर्देश मंत्री प्रताप सरनाईक ने एसटी प्रशासन को दिए हैं।