● मोदीजी ने यह युद्ध स्वयं के लिए नहीं, बल्कि भारत के उज्ज्वल भविष्य और आने वाली पीढ़ियों के लिए शुरू किया है: बाबूभाई भवानजी

“यदि समय रहते मोदीजी ने देश को जागृत नहीं किया होता, तो छिपे हुए विषैले तत्व हमारी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य नष्ट कर देते। फिर हमारे बच्चों के लिए कुछ शेष न रहता — केवल आंसू, हताशा और विनाश। आज भी मोदीजी को इन शक्तियों से निरंतर संघर्ष करना पड़ रहा है।”ऐसा कहना है भाजपा के वरिष्ठ हिंदुत्ववादी नेता और मुंबई के पूर्व उपमहापौर बाबूभाई भवानजी का, जिन्होंने हाल ही में एक प्रेस विज्ञप्ति में कांग्रेस पार्टी की नीतियों का पर्दाफाश किया।


उन्होंने कांग्रेस का कारनामा का पर्दाफाँश करते हुए आगे बताया कि 40 लाख एकड़ भूमि,565 रियासतें,43 किले, और 18,700 दुर्ग देश के लिए राजपूतों ने समर्पित किए थे।किन्तु कांग्रेस की नीतियों के चलते, यह सब अंततः मुस्लिम वक्फ बोर्ड के अधिकार में चला गया। यह एक गहरी और भयावह साजिश की ओर इशारा करता है।
● कांग्रेस शासन में हुए प्रमुख घटनाक्रम का पर्दा फास
पाकिस्तान का निर्माण कांग्रेस| बांग्लादेश का निर्माण। अनुच्छेद 370 लागू किया । अल्पसंख्यक विधेयक लाया गया।मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का गठन।अल्पसंख्यक मंत्रालय की स्थापना ।अल्पसंख्यक विश्वविद्यालयों की स्थापना।स्पष्ट है कि कांग्रेस ने विभाजन के बावजूद भी धर्म के आधार पर केवल मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति की।क्या यह सब ? “गजवा-ए-हिंद” (भारत पर इस्लामी विजय) के लिए नींव डालने का प्रयास था? कांग्रेस की योजना थी हिंदू समाज को आरक्षण के नाम पर विभाजित कर आपस में लड़वाते रहना, ताकि वे वास्तविक खतरे को समझ ही न सकें।
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने अपनी आत्मकथा “मेरा जीवन” के पृष्ठ क्रमांक 456 पर लिखा:”मुझे आज तक समझ नहीं आया कि नेहरू को हिंदुत्व से इतनी घृणा क्यों थी। सरदार वल्लभभाई पटेल ने नेहरू को चेतावनी दी थी कि यदि ‘एंटी हिंदू (विरोधी)कोड बिल’ लाया गया तो वे इस्तीफा देंगे और हिंदू जनता को आंदोलन में साथ लेकर सरकार का विरोध करेंगे। नेहरू इस धमकी से भयभीत हुए और बिल को टाल दिया। सरदार पटेल के निधन के बाद ही संसद में हिंदू कोड बिल पारित किया गया।
इस विधेयक पर चर्चा करते हुए आचार्य जे.बी. कृपलानी ने कहा था:”नेहरू, आप साम्यवादी और मुस्लिम पक्षधर हैं। यदि आप सच्चे हिंदू होते, तो केवल हिंदुओं पर कोड बिल थोपने की बजाय सभी धर्मों के लिए समान नागरिक संहिता लागू करते।”
● बीबीसी के वरिष्ठ पत्रकार मार्क टुली की टिप्पणी:
“मोदीजी उस विषैले वृक्ष को जड़ से उखाड़ रहे हैं जिसे वर्षों से भीतर ही भीतर जहरीले कीड़ों ने खोखला कर दिया था। इस कार्य के लिए उन्हें लगातार संघर्ष करना पड़ेगा।” मोदीजी ने देश के भीतर छिपे वामपंथी, जिहादी, नक्सली,आतंकवादी और विदेशी मिशनरी तत्वों के गुप्त ठिकानों को उजागर किया है — जिन्हें कांग्रेस ने वर्षों तक संरक्षण देकर भारत को दुर्बल करने का षड्यंत्र रचा था।यदि समय रहते मोदीजी ने कार्रवाई न की होती, तो आने वाली पीढ़ियों के पास केवल निराशा और विनाश ही शेष रहता।
भवानजी ने बताया कि आज भी यह संघर्ष जारी है और देश की जनता को, विशेष रूप से समस्त हिंदू समाज को ,अपनी जाति और वर्ग भेद भुलाकर मोदीजी के साथ दृढ़ता से खड़ा होना चाहिए। भवानजी ने कहा कि यह युद्ध मोदीजी ने अपने लिए नहीं छेड़ा है। यह हमारे बच्चों, हमारी आने वाली पीढ़ियों और भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए लड़ा जा रहा है।