● भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति-धर्म के नाम पर ज़हर फैलाकर समाज में नफरत फैला रहे हैं: रमेश चेन्नीथला
● जातिगत जनगणना से मराठा आरक्षण का प्रश्न सुलझेगा: हर्षवर्धन सपकाल
● सद्भावना यात्रा के माध्यम से बिखरे हुए दिलों को जोड़ने का कार्य: विजय वडेट्टीवार
मुंबई वार्ता संवाददाता

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश में सबसे पहले सद्भावना यात्रा की शुरुआत की थी। हर्षवर्धन सपकाल ने महाराष्ट्र में सद्भावना यात्रा आरंभ की और पहली ही यात्रा की घोषणा के बाद एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति और धर्म के नाम पर देश में ज़हर फैलाकर समाज को बांटने का कार्य कर रहे हैं। इसी कारण कांग्रेस यह यात्रा निकाल रही है ताकि समाज में सद्भावना को बढ़ावा दिया जा सके और आगे भी इस प्रकार की यात्राएँ राज्यभर में आयोजित की जाएंगी, ऐसा प्रभारी रमेश चेन्नीथला ने कहा।


महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्नीथला की प्रमुख उपस्थिति में एवं प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के नेतृत्व में आज परभणी शहर कांग्रेस कार्यालय से संविधान बचाओ पदयात्रा निकाली गई। इस यात्रा का समापन अक्षता मंगल कार्यालय में संविधान सम्मेलन के साथ हुआ।


इस अवसर पर विधानमंडल कांग्रेस पार्टी के नेता विजय वडेट्टीवार, गोवा के प्रभारी माणिकराव ठाकरे, कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्य एवं प्रदेश कार्याध्यक्ष नसीम खान, सांसद चंद्रकांत हंडोरे, सांसद प्रणिती शिंदे, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव कुणाल चौधरी, यू. बी. वेंकटेश, सांसद डॉ. कल्याण काले, सांसद रविंद्र चव्हाण, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं यात्रा के समन्वयक मोहन जोशी, विधायक अमित झनक, पूर्व विधायक कैलास गोरंट्याल, पूर्व सांसद तुकाराम रेंगे पाटिल, कांग्रेस सेवा दल के प्रदेशाध्यक्ष विलास औताडे, इंटक के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश कदम, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष वजाहत मिर्झा, ओबीसी विभाग के अध्यक्ष भानुदास माळी, परभणी जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष सुरेश वरपुडकर, शहराध्यक्ष नदीम इनामदार, बुलढाणा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल बोंद्रे, प्रदेश महासचिव ब्रीज दत्त, रामचंद्र दळवी, जितेंद्र देहाडे, सचिव विश्वजीत हाप्पे, बीड जिला अध्यक्ष राहुल सोनावणे, धाराशिव जिला अध्यक्ष धीरज पाटील, प्रदेश सचिव विश्वजीत हाप्पे, धनराज राठौड़, मुजाहिद खान, जफर खान, अभय देशमुख सहित कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता और परभणी के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रमेश चेन्नीथला ने आगे कहा कि सोमनाथ सूर्यवंशी और विजय वाकोडे के साथ हुए अन्याय के विषय पर राहुल गांधी ने आवाज उठाई। इस घटना को तीन महीने हो चुके हैं, लेकिन अब तक सूर्यवंशी के हत्यारों पर सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। मुख्यमंत्री फडणवीस भी इस पर चुप हैं। राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ नहीं बची है। राहुल गांधी ने सामाजिक न्याय के लिए जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया, जिससे पिछड़े, वंचित और पीड़ित वर्गों को लाभ होगा। जब यह मांग की गई, तब भाजपा और मोदी ने इसका विरोध किया, लेकिन अंततः मोदी सरकार को जनगणना का निर्णय लेना पड़ा।
उन्होंने कहा कि अब मोदी पर जनता का भरोसा नहीं रहा। महिला आरक्षण विधेयक पास हुआ, पर लागू नहीं किया गया। जातिगत जनगणना का निर्णय लिया गया लेकिन यह कब होगी, यह सरकार स्पष्ट नहीं कर रही।
प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा जातिगत जनगणना की मांग के कारण मोदी सरकार को निर्णय लेना पड़ा। अगर जातिगत जनगणना होती है तो मराठा आरक्षण का प्रश्न सुलझेगा। ओबीसी को वर्तमान में 27% आरक्षण है, जिसे 65% तक बढ़ाया जा सकता है। भाजपा केवल जातियों में फूट डाल रही है। ऐसे समय में बहुजन समाज का एकजुट रहना जरूरी है। राज्य में प्रतिदिन 6 किसान आत्महत्या कर रहे हैं, बच्चों को नौकरी नहीं मिल रही और सरकार केवल अडानी-अंबानी के हितों को प्राथमिकता दे रही है। बिना ज़रूरत 88 हजार करोड़ रुपये की लागत से शक्तिपीठ महामार्ग बनाया जा रहा है।
विधानमंडल नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि सद्भावना यात्रा के माध्यम से बिखरे हुए दिलों को जोड़ा जा रहा है और समाजों को एक-दूसरे से जोड़ा जा रहा है। भाजपा 2014 से देश और राज्य में जातीयता और सांप्रदायिकता का ज़हर फैला रही है। अब भाजपा नेता कांग्रेस को तोड़ने की बात कर रहे हैं। दूसरों के घर तोड़ने की आदत भाजपा को लग गई है, लेकिन हमारी बारी आने पर हम इसका बदला लेंगे। कुछ लोग पार्टी छोड़ रहे हैं लेकिन दूसरों के पीछे चलने से अच्छा है कि अपना रास्ता खुद बनाएं, ऐसा वडेट्टीवार ने कहा।“संविधान बचेगा तो सद्भाव बना रहेगा”
पूर्व मंत्री नसीम खान ने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति और धर्म में विवाद पैदा कर समाज को तोड़ने का कार्य कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस जोड़ने का कार्य कर रही है। राहुल गांधी ने अपनी जान की परवाह किए बिना देशभर में पदयात्रा निकाली। जब देश पर संकट आता है और सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है, तब सबसे पहले कांग्रेस पार्टी सामने आती है। सरपंच संतोष देशमुख की हत्या कर दी गई, पुलिस हिरासत में सोमनाथ सूर्यवंशी की हत्या हुई लेकिन भाजपा-युति सरकार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। राहुल गांधी ने परभणी में आकर सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार से मुलाकात की।
आज देश में संविधान और लोकतंत्र को बचाने का कार्य कांग्रेस कर रही है। अगर संविधान को पढ़ा जाए तो सद्भाव बना रहेगा और सभी जाति-धर्म को न्याय मिलेगा, ऐसा नसीम खान ने कहा।
● भाजपा को संविधान बदलकर मनुवाद लाना है
सांसद चंद्रकांत हांडोरे ने कहा कि भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बजरंग दल देश में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं और भाजपा सरकार उन्हें समर्थन दे रही है। सरकार हर स्तर पर विफल रही है, इसलिए जनता का ध्यान भटकाने के लिए जाति-धर्म के नाम पर झगड़े करवाए जा रहे हैं। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने दुनिया का सबसे पवित्र संविधान दिया, जिसमें सभी को समान अधिकार मिले हैं, लेकिन भाजपा इस संविधान को बदलकर मनुवाद लाना चाहती है। देश में सद्भावना बढ़नी चाहिए इसलिए कांग्रेस “संविधान बचाओ और सद्भावना यात्रा” निकाल रही है। सोमनाथ सूर्यवंशी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई और विजय वाकोडे का स्मारक सरकार ने नहीं बनाया तो वह सांसद निधि से बनाया जाएगा, ऐसा आश्वासन दिया।
● महायुति में तीन तिगाड़ा और काम बिगाड़ा
सांसद प्रणिती शिंदे ने कहा कि जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, तब राहुल गांधी वहां गए और मृतकों के परिजनों से मिले, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी बिहार में चुनावी सभा लेने चले गए। इंदिरा गांधी ने साहस के साथ पाकिस्तान को सबक सिखाया था, तो नरेंद्र मोदी किसका इंतज़ार कर रहे हैं? भाजपा कांग्रेस को कमजोर करने की बात करती है, लेकिन कांग्रेस कमजोर नहीं होगी, उल्टा महायुति में ही फूट पड़ी है और उनका काम ठप पड़ा है।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक मोहन जोशी ने किया और आभार प्रदर्शन शहराध्यक्ष नदीम इनामदार ने किया।