मुंबई वार्ता संवाददाता

● क्या सरकार एक रुपये में फसल बीमा उपलब्ध कराकर किसानों पर कोई उपकार कर रही है?
● किसानों का अपमान करने वाले कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे पर चढ़ा सत्ता का घमंड ।
यह खुलासा बार-बार हो चुका है कि भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार मूल रूप से किसान विरोधी है। इससे पहले किसानों को उग्रवादी, नक्सलवादी और आंदोलनकारी कहकर अपमानित किया गया। अब राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने किसानों को भिखारी कहा है। किसानों के बारे में कोकाटे का बयान दर्शाता है कि उन पर सत्ता का घमंड किस कदर हावी हैं। यह आरोप लगाते हुए नाना पटोले ने कहा है कि हमारे अन्नदाता किसान भिखारी नहीं हैं, बल्कि भिखारी भाजपा गठबंधन सरकार है, जो जीएसटी के जरिए किसानों और आम जनता को लूट रही है।
कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के बयान पर संज्ञान लेते हुए नाना पटोले ने आगे कहा कि सभी लोगों का पेट पालने वाले अन्नदाता किसानों का अपमान करना एक विकृति है। भाजपा गठबंधन सरकार शुरु से किसान विरोधी है और केवल अमीरों के लिए काम कर रही है। सरकार एक रुपए में फसल बीमा देकर किसानों पर कोई उपकार नहीं कर रही है । कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे यह पैसा अपनी जेब से नहीं दे रहे हैं। यह पैसा आम देशवासियों का है ।
पटोले ने आगे कहा कि यह सरकार न तो किसानों के कृषि उत्पादों का सही मूल्य दे रही है और न ही ऋण माफी कर रही है। चुनाव के दौरान भाजपा गठबंधन ने किसानों से अनेक वादे करके वोट मांगे। किसानों को खेती के लिए आवश्यक कृषि इनपुट पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाकर महायुति सरकार किसानों से भीख मांग रही है और उन्हें भिखारी कह रही है।
पटोले ने कहा कि हमने हाल ही में इस बात का पर्दाफाश किया था कि किस प्रकार कृषि मंत्रालय किसानों के नाम पर विभिन्न योजनाओं में हेराफेरी कर मलाई खा रही है। फसल बीमा योजना में भी भ्रष्टाचार उजागर हुआ है।
नाना पटोले ने यह भी कहा कि किसानों का अपमान करने वाले कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को किसानों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को कृषि मंत्री को कैबिनेट से बर्खास्त करना चाहिए।