मुंबई वार्ता/सतीश सोनी


गणेशोत्सव अब केवल दो महीने दूर है, ऐसे में पीओपी गणेश मूर्तियों के विसर्जन के संबंध में शीघ्र ही नीति घोषित करने की आवश्यकता है। गणेशोत्सव समिति ने इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग की है। गणेश प्रतिमाओं का आगमन जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होगा। इसलिए समन्वय समिति ने राज्य सरकार से शीघ्र नीति लाने का अनुरोध किया है।

आगामी गणेश उत्सव के दौरान पीओपी मूर्तियों के संबंध में मुंबई उच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है। इस याचिका पर सोमवार को हुई सुनवाई में राज्य सरकार ने ऊंची और बड़ी पीओपी गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के मुद्दे पर नीतिगत निर्णय लेने के लिए समय सीमा बढ़ाने का अनुरोध हाईकोर्ट से किया।
तदनुसार, अदालत ने राज्य सरकार को २१ जुलाई, २०२५ तक नीतिगत निर्णय प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। इस मामले में अगली सुनवाई २३ जुलाई, २०२५ को निर्धारित करने का भी निर्णय लिया गया है। इस पृष्ठभूमि में गणेशोत्सव समन्वय समिति ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक पत्र लिखा है।
बृहन्मुंबई सार्वजनिक गणेशोत्सव समन्वय समिति ने ऊंची गणेश मूर्तियों के विसर्जन के लिए दिशानिर्देश प्रणाली के लिए राज्य सरकार को लिखित सिफारिशें की हैं। पत्र में मांग की गई है कि राज्य सरकार इस पर विचार करे और गणेशोत्सव के नजदीक आने पर जल्द से जल्द विसर्जन के लिए दिशा-निर्देश जारी करे।