श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता
जोगेश्वरी पूर्व के सुभाष रोड पर रेल्वे से सटी झुग्गियों में रहने वाले पीड़ित नागरिकों की ओर से आज सुबह एक “विराट मोर्चा” निकाला गया। यह मार्च लोगों के न्याय और उनके मौलिक अधिकारों के लिए सुबह 11 बजे निकाला गया. मार्च का उद्देश्य झुग्गी झोपड़पट्टी वासियों के लिए न्याय की मांग और पुनर्वास के मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना एवं रेल्वे प्रशासन के साथ चर्चा करना था।इस शांतिपूर्ण मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक, युवा और बच्चे शामिल हुए. लेकिन जैसे ही मार्च आगे बढ़ा, पुलिस ने अप्रत्याशित रूप से लाठीचार्ज कर दिया.
इसमें कई महिलाएं और वरिष्ठ नागरिक घायल हो गए हैं. प्रदर्शनकारियों को जबरन हिरासत में लिया गया और जोगेश्वरी पुलिस स्टेशन ले जाया गया।नागरिकों का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी चेतावनी के शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे महिलाओं और बुजुर्गों पर लाठीचार्ज किया।
नागरिकों की मांग है कि उन्हें शांतिपूर्ण विरोध का अधिकार दिया जाना चाहिए. लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और झुग्गीवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं.
प्रदर्शनकारियों नेकहाकि, “हमने किसी भी तरह से हिंसा का सहारा नहीं लिया। हम केवल अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण मार्च कर रहे थे और पुनर्वास की मांग कर रहे थे। पुलिस का लाठीचार्ज लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे.न्याय की लड़ाई जारी रहेगी. “
इस घटना के बाद नागरिकों में गुस्से की लहर दौड़ गई है. इस संबंध में जल्द ही आधिकारिक शिकायत दर्ज की जाएगी. मार्च के आयोजक अगले आंदोलन की दिशा तय करने के लिए चर्चा कर रहे हैं.