श्रीश उपाध्याय/ मुंबई वार्ता

टाटा मुंबई इंटरनेशनल मैराथन सद्भाव, एकता, संस्कृति और विविधता का उत्सव है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री दत्तात्रय भरणे ने सभी से 19 जनवरी को होने वाले इस मैराथन आयोजन को सफल बनाने की अपील की है. वे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पर वीविंग गैलरी में टाटा मुंबई इंटरनेशनल मैराथन कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक छगन भुजबल, खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल दिग्गीकर सहित इस टूर्नामेंट के आयोजक विवेक सिंह, उज्ज्वल माथुर, टी नारायण, प्रायोजकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.मंत्री भरणे ने कहा, इस प्रतियोगिता की रिगिंग घंटी बजने को 4 दिन, 10 घंटे और 50 मिनट बचे हैं. अर्थात उल्टी गिनती शुरू हो गई है. टाटा मुंबई मैराथन दुनिया के शीर्ष दस अंतरराष्ट्रीय मैराथन में से एक है।
इस मैराथन प्रतियोगिता में देश ही नहीं बल्कि एशियाई महाद्वीप में सबसे अधिक पुरस्कार राशि और सबसे अधिक प्रतियोगी होते हैं और इस प्रतियोगिता का नाम सर्वमान्य है।टाटा मुंबई मैराथन, मुंबई और महाराष्ट्र का गौरव है. इसमें देश भर से 60,000 से अधिक धावकों की भागीदारी प्रेरणादायक है। टाटा, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और टीसीएस जैसे प्रायोजकों के समर्पण, दृढ़ संकल्प और उत्साह ने भारत को वैश्विक मानचित्र पर ला खड़ा किया है। सबसे सफल ट्रैक एथलीटों में से एक, ब्रिटेन के मो फराह इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय इवेंट एम्बेसडर हैं.
मंत्री भरणे ने कहा, उनकी उपस्थिति विशिष्ट धावकों और शौकिया धावकों के लिए प्रेरणाकारी होगी।इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक भुजबल ने गूढ़ विद्या को व्यक्त किया।दुनिया भर में किसी भी अच्छे कार्यक्रम की शुरुआत घंटी बजाकर करने का रिवाज है। उन्होंने यह भी कहा कि टाटा मुंबई इंटरनेशनल मैराथन के ऐतिहासिक अवसर का जश्न आज से शुरू हो गया है.