मुंबई वार्ता/हरीशचंद्र पाठक

आजादी के दौर में कपड़ा मिलों और अन्य उद्योगों को लगने वाले रंग और रंग-मिश्रण रासायनिक प्रौद्योगिकी की आपूर्ति करने वाली संस्था डाइंग एंड पेगमेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अमृत जयंती वर्ष में पदार्पण है।
संगठन के अध्यक्ष जनक मेहता ने बताया कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी प्रमुख अतिथि के रूप से शामिल होंगे तथा गुजरात के वित्त मंत्री कनुभाई देसाई विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। ये औद्योगिक उपनिवेश भारत में स्वतंत्रता-पूर्व काल में वैश्विक औद्योगिक क्रांति की लहर के बाद स्थापित हुए थे, तथा कपड़ा मिलों की संख्या अधिक थी। मुंबई और सूरत जैसे इलाकों में उनकी संख्या कम अधिक प्रमाण में थी।
कपड़ा उद्योग में रंगों और रंग-मिश्रण रसायनों की मांग को ध्यान में रखते हुए छोटे कारखाने वाले इनकी आपूर्ति करते थे। प्रथम विश्व युद्ध से यह व्यवसाय प्रभावित हुआ। 1940-42 के बाद इस उद्योग का सुनहरा दौर शुरू हुआ। स्वतंत्रता-पूर्व काल में, मुंबई, सूरत और अन्य क्षेत्रों में कपड़ा मिलों और अन्य समान उद्योगों के लिए रंग और रंग-मिश्रण रासायनिक प्रौद्योगिकी विनिर्माण में लगे लोगों का एक संगठन अस्तित्व में आया। इस वर्ष अमृत महोत्सव वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे तथा गणमान्य व्यक्तियों एवं सफल उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी जनक मेहता ने दी। इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारी कुणाल कपूर, हितेन्द्र पटेल आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। भारत, विश्व स्तर पर रंगों और रंग मिश्रित रसायन आपूर्ति करने वाला चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है।मेहता ने कहा कि इस विषय का अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए इस पाठ्यक्रम को और अधिक सुलभ बनाने के लिए हमने माटुंगा के एक महाविद्यालय के साथ सहयोग किया है।
संगठन 2005 से इस पहल को क्रियान्वित कर रहा है और इस संबंध में वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन ले रहा है। मेहता ने बताया कि भारत सरकार इस उद्योग के सशक्तिकरण में सहयोग कर रही है और हम उर्वरक उत्पादन परियोजना से जुड़े हुए हैं। हम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं और 2047 तक अपने सपने को पूरा करने का इरादा रखते हैं। अमृत महोत्सव शुक्रवार को शाम 6 बजे बांद्रा स्थित होटल ताज लैंड्स में संपन्न होगा।