वरिष्ठ संवाददाता/ मुंबई वार्ता

अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने पहलगाम हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले के बाद उन्होंने कहा कि धर्म पूछ कर गोली मार दी, यह धार्मिक आतंकवाद नहीं है तो और क्या है ? आतंकियों का यह हमला सिर्फ हिंदुओं पर नहीं है बल्कि यह हमला हिंदुस्तान पर किया गया है।


तोगड़िया ने आगे कहा कि कश्मीर से लेकर गुजरात तक पाकिस्तान की सीमा लगती है लेकिन आतंकी सिर्फ जम्मू कश्मीर में ही वारदात को अंजाम देने में क्यों कामयाब हो पाते हैं ? क्योंकि यहां उन्हें स्थानीय लोगों का समर्थन मिलता है। शासन, प्रशासन के साथ सुरक्षाबलों को भी इन गद्दारों पर एक्शन लेना चाहिए।
अपने संदेश में डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने देश के हिंदुओं से कश्मीर के टूरिज्म का बहिष्कार करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं अब कश्मीर में पर्यटन बंद कर देना चाहिए। जम्मू कश्मीर की बजाए अन्य राज्यों के माउंट आबू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कोडाईकनाल, ऊटी, दार्जिलिंग, असम, महाबलेश्वर और गोवा में पर्यटन करना चाहिए। पर्यटन वहां का मुख्य रोजगार है। इसी के बल पर वहां कश्मीरी परिवार पालते हैं जब उन्हें भुखमरी का सामना करना पड़ेगा तब समझ में आएगा।
आतंकी हमले पर दुख जताते हुए कहा कि इस नृशंस और अमानवीय कृत्य की हम निंदा करते है। आतंकी हमले में जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।कश्मीर के पुराने दिन आ रहे थे तोगड़िया ने कहा कि यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक जम्मू-कश्मीर में सैर-सपाटे के लिए आए हुए हैं। कई साल तक आतंक से जूझने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, लेकिन अब फिर विश्वास कम होगा। अमरनाथ तीर्थयात्रा तीन जुलाई से शुरू होनी है। उससे पहले इस हमले से आम लोगों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। अमरनाथ गुफा का रास्ता पहलगाम से होकर जाता है।