
मुंबई वार्ता/इंद्रीश उपाध्याय


परभणी में भारतीय संविधान के अपमान की घटना अत्यंत निंदनीय है। इससे महापुरुष डाॅ. यह बाबा साहेब आंबेडकर और संविधान का सम्मान करने वाले करोड़ों लोगों का घोर अपमान हुआ है।’ इस प्रकार अपना रोष प्रगट करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि, “बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा दिए गए पवित्र संविधान को अपमानित करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई ? संविधान को अपमानित करने वालों पर कठोर कार्रवाई शासन करें।”
परभणी की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने आगे कहा कि,” कांग्रेस पार्टी इस घटना की कड़ी निंदा करती है. छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू, फुले अंबेडकर के महाराष्ट्र में संविधान का अपमान करने का तरीका चिंताजनक है और महाराष्ट्र का सिर शर्म से झुक जाता है। ऐसी गड़बड़ियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन जब परभणी में आग भड़क रही है, तो राज्य के मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री मलाई खाते और मंत्री पद बांटने में व्यस्त हैं। इस सरकार को राज्य से कोई लेना-देना नहीं है. संविधान को न मानने वाले लोग सत्ता में हैं, इसलिए ऐसी चीजें हो रही हैं.’परभणी में संविधान के अपमान के बाद, शहर में पुलिस ने बेदकारी अनुयायियों को बेरहमी से पीटा, आंसू गैस के डिब्बे छोड दिए, कर्फ्यू लगा दिया, इंटरनेट और एसटी सेवाएं बंद कर दीं। परभणी में पुलिस-प्रशासन हालात ठीक से नहीं संभाल सका.”
नाना पटोले ने मांग की है कि अंबेडकरी अनुयायियों की पिटाई की जांच कर जिला पुलिस अधीक्षक को तुरंत निलंबित किया जाए. हम नागपुर सत्र में सरकार से परभणी की घटना का हिसाब मांगेंगे लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि ऐसी घटनाएं महाराष्ट्र में न हों.”
पटोले ने लोगों से अफवाहों में न आकर लोकतांत्रिक तरीके से घटना का विरोध करने की भी अपील की है।