मुंबई वार्ता संवाददाता

वरिष्ठ भाजपा नेता और मुंबई के पूर्व उप महापौर बाबू भाई भवानजी ने कहा है कि पीओके को भारत में मिलाने का वक्त आ गया है। भारत को अब तुरंत पाक पर हमला कर देना चाहिए और पीओके को भारत में मिला लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पहलगाम में निर्दोष लोगों को मारा है उन्हें ऐसी साझा मिलनी चाहिए कि उसे सदियां याद रखें। सारा भारत मोदी जी के साथ खड़ा है और सभी लोग दोषियों के खिलाफ ऐक्शन चाहते हैं। अब पाकिस्तान को चार भागों में बांट दिया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर जनसभा को संबोधित किया. पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी का ये पहला संबोधन था. इस दौरान मोदी ने पहले पहलगाम में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी फिर भाषण की शुरुआत की. पीएम मोदी ने सख्त अंदाज में कहा कि पहलगाम में जिन आतंकियों ने बेकसूरों को मारा है और जिन लोगों ने इसकी साजिश रची है उनको कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी.
पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने मासूम लोगों को जिस बेरहमी से मारा है पूरा देश व्यथित है. सभी पीड़ित परिवारों के दुख में पूरा देश साथ खड़ा है. इस हमले में किसी ने अपना बेटा, भाई, पति मारा गया. पीएम मोदी ने कहा कि देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है.उन्होंने कहा कि जिन्होंने ये हमला किया है उन आतंकियों को, इस हमले की साजिश करने वालों उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी और मिलकर रहेगी. आतंक को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है. पीएम मोदी ने कहा कि इंडिया के स्प्रिट को आतंकवाद से नहीं तोड़ा जा सकता है. आतंकियों की बची कुची जमीन को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है.140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति आतंक आकाओं की कमर तोड़ कर रहेगी.पीएम मोदी ने कहा कि पूज्य बापू के दृढ़ विश्वास था कि जब तक भारत के गांव मजबूत नहीं होंगे, तब तक भारत का तेज विकास नहीं हो पाएगा. देश में पंचायती राज की परिकल्पना के पीछे यही भावना है. बीते दशक में पंचायतों को सशक्त करने के लिए एक के बाद एक कदम उठाए गए हैं. टेक्नोलॉजी के माध्यम से भी पंचायतों को मजबूत किया गया है.
पीएम मोदी ने डिजिटल होने के फायदे बताए.जमीनों के दस्तावेजों के डिजिटलीकरण विवादों के निपटारे पर अहम भूमिका निभा रहा है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश को संसद की नई इमारत मिली वहीं 30 हजार नए पंचायत भवन भी बनाए गए. सरकार की प्राथमिकता ग्राम पंचायतों को फंड देने की रही, जिससे गांवों का विकास हुआ.