श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता

मशहूर मोटिवेशनल वक्ता, वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने फिल्म “जाइए आप कहाँ जाएंगे,” की विशेष स्क्रीनिंग के बाद कहा कि, ” टॉयलेट एक ड्राई विषय होने के बावजूद इसे बहुत ही अच्छे तरीके से प्रस्तुत किया गया है। 2 घंटों तक इस फिल्म ने मुझे हिलने नहीं दिया।”


मुंबई, अंधेरी पश्चिम स्थित इंपा प्रीव्यू थिएटर में शुक्रवार को इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस दौरान कई गणमान्य लोगों समेत वरिष्ठ पत्रकार एवं वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ भी उपस्थित थे। पत्रकारों से बात करते हुए पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने फिल्म की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि, ” सार्वजानिक जगहों पर महिलाओं को होने वाली टॉयलेट की तकलीफ और उसके निवारण को फिल्म में बख़ूबी पेश किया गया है। कम बजट में भी अच्छी फ़िल्में बनाई जा सकती है, इसका जीता जागता उदाहरण है-फिल्म -जाइए आप कहाँ जाएंगे ।”


■ क्या है फिल्म की कहानी ?
दुनिया जहां नई तकनीकों और गैजेट्स के साथ आगे बढ़ रही है, वहीं आज भी भारत के कई हिस्सों में बुनियादी स्वच्छता सुविधाएं, खासकर महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालयों, नदारद है. इसी मुद्दे को उजागर करते हुए, फन एंटरटेनमेंट और पुराजित प्रोडक्शन्स प्रस्तुत करते हैं – फिल्म “जाइए आप कहाँ जाएंगे “। फिल्म में एक आदमी एक समाज, खासकर महिलाओं के लिए, कुछ अच्छा करने की कोशिश करता है. वह इस चुनौती से निपटने के लिए एक मोबाइल टॉयलेट रिक्शा का आविष्कार करता है।


फिल्म में किशन उर्फ साधु के रूप में करन आनंद, पिता के रूप में संजय मिश्रा, बेटी के रूप में अद्रिजा, और पत्नी के रूप में मोनल गज्जर नजर आएंगे। इनके अलावा, ईश्तियाक खान, नीरज सूद, सुभ्रत दत्ता और हृषिता भट्ट भी अहम भूमिकाओं में दिखाई देंगे।


फन एंटरटेनमेंट और पुराजित प्रोडक्शन्स द्वारा प्रस्तुत, जाइए आप कहां जाएंगे के निर्माता हनवंत खत्री हैं और सह-निर्माता पुराजित प्रोडक्शन्स है। फिल्म का लेखन और निर्देशन निखिल राज सिंह ने किया है।यह फिल्म विशेष रूप से प्रसार भारती के नए ओटीटी प्लेटफॉर्म वेव्स पर उपलब्ध है।