मुंबई वार्ता संवाददाता

प्रभु श्रीराम हमारे राष्ट्रपुरुष हैं और वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। जीवन के आदर्श और मूल्यों का सर्वोच्च उदाहरण उनका जीवन है। उन्होंने जो जीवन मूल्य बताए हैं, उनका संरक्षण और पालन किया जाना चाहिए। यह विचार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किए।


मुख्यमंत्री फडणवीस मानखुर्द स्थित संजोग देवस्थान की प्राणप्रतिष्ठा और लोकार्पण कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर विधानपरिषद सदस्य प्रवीण दरेकर, दैनिक तरुण भारत के संपादक किरण शेलार, संजोग सोसायटी के अध्यक्ष नवनाथ बन सहित बड़ी संख्या में सोसायटी के निवासी और नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हम प्रभु श्रीराम के संपूर्ण जीवन पर नजर डालें, तो उन्हें युगपुरुष कहा जाता है। उन्होंने एक युग की रचना की है। हम मानते हैं कि उनमें ईश्वर का अंश था। यदि वे चाहते तो रावण से चमत्कारिक रूप से भी युद्ध कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने समाज के लोगों को एकत्र किया, उनमें विजय की भावना जगाई, आत्मगौरव और आत्मसम्मान को प्रेरित किया, जिससे वे आसुरी शक्तियों का पराभव कर सके।
उन्होंने कहा कि एक सामान्य व्यक्ति भी जब सत्य के मार्ग पर चलता है, तब चाहे असत्य कितना भी बलशाली और आसुरी हो, वह उसका नाश कर सकता है। इसलिए हमें प्रभु श्रीराम द्वारा दिखाए गए सत्य के मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए।कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने संजोग सोसायटी के निवासियों को शुभकामनाएं दीं।