श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता

कभी मुंबई शहर की धड़कन रही ‘छम-छम’ अर्थात डांस बार को महायुति सरकार एक बार फिर अमली जामा पहना कर पहले की तरह बेरोक-टोक शुरू करने की इजाजत देने वाली है. इस बात की जानकारी राजनीतिक सूत्रों से प्राप्त हुई है.
ज्ञात हो कि वर्ष 2005 से पहले मुंबई की नाइट् लाइफ के रूप में मशहूर डांस बार पूरी रात बेरोक-टोक चला करते थे. 2005 में गृहमंत्री आर आर पाटिल ने डांस बारों पर प्रतिबंध लगा दिया था और अचानक पूरा कारोबार ठप्प पड़ गया. डांस बार मालिकों ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी और वर्ष 2019 में कुछ शर्तों के साथ सर्वोच्च न्यायालय ने डांस बार पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया.
डांस बार चलाने के लिए नियम बने कि ● डांस फ्लोर पर 4 से ज्यादा डांसर नहीं रहेंगीं, ● डांस बार में रुपये नहीं उड़ाए जाएंगे ● डांसर और ग्राहक के बीच 4 फुट की दूरी रहेगी.● रात डेढ़ बजे के बाद डांस बार बंद कर दिए जाएंगे. हालांकि इन सभी नियमों को ताख पर रखकर मुंबई में डांस बार कथित रूप से चलने लगे हैं .(पुलिस प्रशासन सेट करके).
अब खबर यह है कि महायुति सरकार डांस बारों को अमली जामा पहना कर (वर्ष 2005 से पहले की तरह) बेरोक-टोक चलाने की इजाजत देने वाली है. इस सम्बंध में सरकार इसी मंगलवार को नियम पारित भी करने वाली थी लेकिन कुछ और नियम जोड़ने के उद्देश्य से मंत्रिमंडल बैठक में यह प्रस्ताव पारित नहीं किया गया.
वैसे भी मुंबई के पबो में शनिवार और रविवार को पूरी रात लोग नाच-गा रहे हैं. हालाकि उन पबो के प्रवेश शुल्क को देखते हुए वहां जाना मध्यम वर्ग के लोगों के लिए मुश्किल है . इसीलिए शायद सरकार ने डांस बारो को शुरू करने का मन बनाया है. जल्द ही इससे संबंधित प्रस्ताव पारित होगा और मुंबई की नाइट् लाइफ का हिस्सा रहे डांस बार एक बार फिर रात भर जगमगायेंगे .