● बढ़ सकता है मनमुटाव.
मुंबई वार्ता/श्रीश उपाध्याय

महाराष्ट्र का बजट सामने आया तो एक बार फिर अजित पवार और एकनाथ शिंदे के बीच मनमुटाव बढ़ सकता है. बजट में विभागों को जो धनराशियां मिली हैं, उसमें अजित पवार की पार्टी को एकनाथ शिंदे की शिवसेना से अधिक धनराशि मिली है. अजित पवार एक बार फिर बाजी मार ले गए हैं.


ज्ञात हो कि राज्य मंत्रिमंडल में भाजपा के मंत्रियों की संख्या सबसे अधिक है. इसलिए यह स्पष्ट है कि अधिकतम धनराशि भाजपा को ही मिलेगी. भाजपा विभागों को कुल 89,128 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं.


अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के खातों में कुल 56,563 करोड़ 45 लाख रुपए उपलब्ध कराए गए हैं. एकनाथ शिंदे की शिवसेना के खाते में सबसे कम धनराशि आई है.
शिवसेना के खाते में कुल 41,606 करोड़ 55 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. गौरतलब है कि शिवसेना के विधायको की संख्या मंत्री अजित पवार की एनसीपी से ज्यादा हैं. जहां तक बात फंडिंग की है तो स्पष्ट हो गया है कि यह लड़ाई राष्ट्रवादी कॉंग्रेस पार्टी ने जीत ली है. एनसीपी के पास वित्त मंत्रालय की चाभी है. यही वजह है कि एनसीपी अपने विभागों के लिए अधिक धन जुटाने में सफल रही है.
महागठबंधन सरकार में तीसरे स्थान पर रही एनसीपी को दूसरे स्थान पर रही शिवसेना से 14,957 करोड़ रुपये अधिक आवंटित किए गए हैं.