● महाराष्ट्र धर्म की रक्षा के लिए परली में कांग्रेस का सद्भावना सत्याग्रह, हर नागरिक को सद्भावना का मंत्र अपनाना चाहिए.
● कांग्रेस की परभणी में 4 मई को सद्भावना यात्रा और 5 मई को संविधान बचाओ यात्रा.
मुंबई वार्ता संवाददाता

महाराष्ट्र को एक महान संस्कृति और परंपरा की विरासत प्राप्त है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से कुछ शक्तियां जानबूझकर इस गौरवशाली परंपरा को कलंकित कर रही हैं। राज्य में जातीय विवादों को बढ़ावा देकर सामाजिक माहौल को बिगाड़ा जा रहा है। बीड जिले की कुछ घटनाओं के कारण पूरे जिले की बदनामी हो रही है। दूध में नमक डालने का पाप हुआ है, लेकिन अब यह तस्वीर बदलनी चाहिए—इसी उद्देश्य से प्रदेश कांग्रेस द्वारा राज्य में सामाजिक सद्भाव बढ़ाने और महाराष्ट्र धर्म को बचाने के लिए परली में सद्भावना सत्याग्रह आयोजित किया गया, ऐसा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा।


परली के गांधी स्मृति स्तंभ पर हर्षवर्धन सपकाळ के नेतृत्व में यह सत्याग्रह किया गया। इससे पहले सुबह उन्होंने प्रभु वैद्यनाथ के दर्शन किए और छत्रपति शिवाजी महाराज तथा डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को अभिवादन किया।


इस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और सहप्रभारी कुणाल चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष (संगठन व प्रशासन) एडवोकेट गणेश पाटील, मोहन जोशी, सेवा दल के प्रदेशाध्यक्ष विलास औताडे, बीड जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राहुल सोनवणे, युवा नेता आदित्य पाटील, प्रदेश महासचिव अमर खानापूरे, परली शहर अध्यक्ष बहादुर भाई, एड. प्रकाश मुंडे, शिवाजीराव देशमुख सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी और नागरिक उपस्थित थे।
इस अवसर पर हर्षवर्धन सपकाळ ने कहा कि शिवाजी, शाहू, फुले, आंबेडकर जैसे विचारकों के राज्य में महाराष्ट्र धर्म पर हो रहा हमला चिंता का विषय है। यह हमला रोकना और महाराष्ट्र धर्म की रक्षा करना समय की आवश्यकता है। हमारे समाज में सद्भावना घटती जा रही है। संतोष देशमुख जैसे सरपंच की नृशंस हत्या कर दी गई। अपनी ही जाति के लोगों से सामान खरीदने की अपील की जा रही है, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य की सामाजिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने सद्भावना यात्रा की शुरुआत की है। पहली पदयात्रा मस्साजोग से बीड तक निकाली गई थी। यात्रा की शुरुआत से पहले भगवान बाबा और नगद नारायण की प्रार्थना की गई थी और आज सद्भावना सत्याग्रह से पहले वैद्यनाथ मंदिर में भी प्रार्थना की गई। महादेव ने जो अद्वैत का संदेश दिया वह सद्भावना का ही मंत्र है, और उनके ही नगर में आज यह जागर किया गया। अब राज्य के हर नागरिक को सद्भावना का यह मंत्र अपनाना चाहिए, ऐसा आह्वान सपकाल ने किया।
“भाजपा सरकार ने 100 दिन में ‘आका’ और ‘खोके’ जैसे शब्द दिए”भाजपा युति सरकार ने अपने 100 दिन पूरे होने पर रिपोर्ट कार्ड जारी कर उसका खूब प्रचार किया, लेकिन इस सरकार के 100 दिनों में राज्य को ‘आका’ और ‘खोके’ जैसे शब्द ही मिले—और दुर्भाग्यवश ये दोनों शब्द बीड जिले से सामने आए। राज्य में महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, किसानों को उपज का उचित दाम नहीं मिल रहा है। किसानों से कर्जमाफी का वादा करने वाली सरकार अब कह रही है कि उन्होंने ऐसा कोई वादा किया ही नहीं। प्रिय बहनों को 2100 रुपये देने की घोषणा तो दूर, 1500 रुपये भी नहीं दिए जा रहे हैं। भाजपा युति ने चुनाव के समय जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए। महज 100 दिनों में भाजपा सरकार ने जनता से भारी विश्वासघात किया है, ऐसा तीखा आरोप हर्षवर्धन सपकाल ने लगाया।“
4 और 5 मई को परभणी में कांग्रेस की यात्राएं”सद्भावना यात्रा के अगले चरण में, कल 4 मई को परभणी में सद्भावना यात्रा आयोजित की गई है, जबकि 5 मई को वहीं संविधान बचाव यात्रा निकाली जाएगी, ये ऐलान काँग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने किया।