जय सिंह/मुंबई वार्ता
● हरदोई पुलिस की हिरासत में है डॉन का भाई ● चीटिंग के कई मामले विचाराधीन

सुभाष पासी को मुंबई पुलिस कब गिरफ्तार करेगी इस बात को लेकर एक पीड़ित पिछले कई सालो से इन्तजार कर रहा है | ३० मई २००९ को पीड़ित गजेंद्र जैन ने मुंबई पुलिस को लिखित शिकायत कर बताया है कि सुभाष पासी ने उसे फ्लेट दिलाने के नाम पर लाखो रूपये का फ्लाइट टिकट और नगद लेकर ठगी कर चुका है |
बता दे की छोटा राजन का शूटर रहा काशीनाथ पाशी का सगा भाई सुभाष पासी जिसे फर्जी कागजों के आधार पर धोखाधड़ी के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया है । वह समाजवादी पार्टी से दो बार विधायक भी था और 2022 का चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ा था। पासी के विरुद्ध 2023 में कोतवाली शहर में एफआईआर दर्ज हुई थी और पुलिस ने उनके ऊपर गैंगस्टर ऐक्ट भी लगाया था। उसी में वह फरार चल रहे थे . गिरफ्तारी के बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर बुधवार को पुलिस उसे हरदोई लेकर आई।


इस मामले में आरोपित उनकी पत्नी अभी फरार चल रही है। रेलवेगंज निवासी व्यापारी श्रीप्रकाश गुप्ता ने 23 अक्टूबर 2023 को दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया था कि 24 जुलाई 2018 को उसके पड़ोसी अक्षय अग्रवाल अपने साथ मुंबई के पटेल वाड़ी प्लॉट नंबर 658, 559 व 515 जुहू चर्च बलराज साहनी रोड नंबर तीन निवासी सुभाष पासी और उसकी पत्नी रीना पासी को लेकर आए थे। अक्षय ने उन लोगों का परिचय कराकर बताया था कि यह लोग मुंबई में प्रॉपर्टी का काम करते हैं और उनके कई फ्लैट हैं।
● पेमेंट के बाद बात करना किया बंद
रुपये निवेश करने की बात कर सुभाष पासी , श्रीप्रकाश गुप्ता को बैटगंज में रुचि गोयल के पास लेकर गया। जहां पर प्रदीप गुप्ता, मनू, विशाल व संजू शर्मा आदि मौजूद थे। अक्षय की बात पर रुचि गोयल ने विश्वास कर लिया और 24 जुलाई 2018 को 49 लाख रुपये का चेक रीना पासी के नाम दे दिया, जिसका उसने भुगतान भी ले लिया। इसके बाद उसने बात करना बंद कर दिया। कुछ समय बाद वह मुंबई गया तो वहां पर सुभाष पासी मिला और रीना पासी के पास ले गया, जहां पर 197 आरामनगर आकर सुभाष पासी ने एक फ्लैट रुचि के नाम एग्रीमेंट पेपर और पावर ऑफ एटॉर्नी दे दी। बाद में पता चला कि उसने जो कागज दिए वह फर्जी हैं . जिसके बाद सुभाष पासी उसे गुमराह करता रहा.
श्री प्रकाश गुप्ता के अनुसार परेशान होकर उसने कोतवाली शहर में सुभाष पासी और उसकी पत्नी रीना पासी के नाम एफआईआर दर्ज कराई और एक एफआईआर अक्षय ने भी उन लोगों के खिलाफ दर्ज कराई।
सीओ सिटी अंकित मिश्र के मुताबिक़ जांच में पता चला कि सुभाष पासी गैंग बनाकर ऐसे फर्जीवाड़ा करता है . उसके खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट में भी कार्रवाई की गई, लेकिन वह फरार हो गया। मुंबई में पुलिस कई बार गई, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। हालाकि कुछ दिन पहले कोतवाली शहर की एक टीम ने सुभाष पासी को मुंबई में ही गिरफ्तार कर लिया और वहीं पर मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर उसे हरदोई लाया गया।
सुभाष पासी मूल रूप से गाजीपुर जिले के सैदपुर के मालवीय नगर वार्ड नंबर तीन का रहने वाला है और सैदपुर विधान सभा सीट से दो बार विधायक भी रहा है। पिछली विधान सभा चुनाव के पहले वह भाजपा में शामिल हो गया था और 2022 का विधान सभा चुनाव भाजपा से ही लड़ा था।
सीओ सिटी अंकित मिश्र ने बताया कि सुभाष पासी के पूर्व विधायक होने की जानकारी मिली है। उसकी पत्नी की पुलिस तलाश कर रही है। यहाँ गजेंद्र जैन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से प्रार्थना की है कि उन्हें भी न्याय मिले |गजेंद्र जैन ने मुंबई वार्ता को बताया की मुझे डी ऍन नगर पुलिस ने बुलाकर मेरा बयान भी दर्ज किया था लेकिन २००९ के बाद से मुंबई पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है .