मुंबई वार्ता संवाददाता
स्ट्रैटव्यू रिसर्च के मुताबिक भारतीय कंपोजिट उद्योग (मिश्रित सामग्री बाजार) के 2024 के अनुमानित 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 7.8% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) की मजबूत उछाल लेकर 2030 तक 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। यह वृद्धि वैश्विक औसत से काफी आगे निकल जाएगी क्योंकि भारत की वॉल्यूम ग्रोथ 2024 से 2030 तक दुनिया भर के बाजारों की तुलना में दोगुनी होने की उम्मीद है।
विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती मांग से प्रेरित भारतीय बाजार ग्लोबली सबसे आकर्षक क्षेत्रों में से एक है, जिसमें ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन, कंस्ट्रक्शन, रिन्यूएबल एनर्जी और एयरोस्पेस शामिल हैं।हालांकि 2023 में भारत में प्रति व्यक्ति कंपोजिट की खपत मात्र 0.55 किलोग्राम है, जो कि परिपक्व बाजारों, जैसे कि अमेरिका के 11.5 किलोग्राम और जर्मनी के 7.7 किलोग्राम से काफी कम है, लेकिन भारत वैश्विक खपत के स्तर को पकड़ने के लिए सही रास्ते पर है, जो पर्याप्त बाजार अवसर प्रस्तुत करता है।
वर्ष 2024 के अंत तक एंड-यूज इंडस्ट्री द्वारा भारतीय कंपोजिट बाजार 873.7 किलोटन पर पहुंचा है।ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन और बिल्डिंग, निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर दो सबसे बड़े बाजार हैं, जो 2024 में 54% हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करते हैं। ओपन मोल्ड (हैंड और स्प्रे लेअप) 2024 में 37.0% हिस्सेदारी के साथ सबसे प्रमुख प्रक्रिया है। 2020 में भारतीय ट्रेन कोच उत्पादन में 35% से अधिक की गिरावट आई, जिसने भारतीय रेल कंपोजिट बाजार को भी प्रभावित किया। हालांकि, 2021 और 2022 में मजबूत सुधार हुआ और 2023 में भी वृद्धि का सिलसिला जारी रहा।
आईसीईआरपी 2025 की अध्यक्ष सुश्री पिया ठक्कर ने कहा है कि ” आईसीईआरपी 2025 एक ऐतिहासिक एक्जीबिशन बनने जा रही है, जो कंपोजिट उद्योग में नवीनतम प्रगति और इनोवेशंस को प्रदर्शित करने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करती है। यह एक्जीबिशन न केवल व्यवसायों को बढ़ने और जुड़ने के लिए एक स्थान प्रदान करता है, बल्कि सहयोग और नॉलेज के आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देती है, जो वैश्विक स्तर पर उद्योगों में कंपोजिट्स को अपनाने को बढ़ावा देगी।
स्ट्रैटव्यू रिसर्च के अनुसार, भारतीय कंपोजिट मैटेरियल्स उद्योग के 2030 तक 1,250 किलोटन तक पहुँचने की उम्मीद है, जिसमें ग्लास फाइबर और पॉलिएस्टर रेजिन प्रमुख कच्चे माल बने रहेंगे। कार्बन फाइबर की मांग, विशेष रूप से विंड एनर्जी और एयरोस्पेस में, विशेष अप्लीकेशंस में वृद्धि को बढ़ावा देने में जारी रहेगी, हालांकि इन मैटेरियल्स का मार्केट अभी भी अपने शुरूआती दौर में है।जैसे-जैसे कंपोजिट्स की वैश्विक मांग बढ़ती जा रही है,आईसीईआरपी 2025 उद्योग के विस्तार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यह कार्यक्रम कंपोजिट मार्केट के लिए अत्याधुनिक सामग्रियों, प्रौद्योगिकियों और भविष्य के अनुमानों पर ऩॉलेज का खजाना प्रदान करेगा। टिकाऊ समाधानों पर विशेष ध्यान देने के साथ, प्रदर्शनी में कंपोजिट्स के पर्यावरणीय लाभों और व्यावहारिक अप्लीकेशंस का पता लगाया जाएगा, जो आज के विकसित होते औद्योगिक परिदृश्य में विशेष रूप से प्रासंगिक हैं।
एफआरपी संस्थान के अध्यक्ष श्री शेखर सरदेसाई ने आईसीईआरपी 2025 के महत्व पर अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए कहा, ” आईसीईआरपी 2025 कंपोजिट उद्योग के लिए एक गेम-चेंजर साबित होने वाला है। यह प्रोफेशनल्स को नई तकनीकों का पता लगाने, नवीनतम उद्योग रुझानों पर चर्चा करने और कंपोजिट्स के उभरते अप्लीकेशंस की खोज करने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है। यह आयोजन कंपोजिट क्षेत्र को बदलने और उद्योग के लिए नए स्टैंडर्ड्स स्थापित करने में सहायक होगा। यह रीइन्फोर्स्ड प्लास्टिक की तेजी से विकसित हो रही दुनिया में आगे रहने की चाह रखने वालों के लिए बहुत ही उपयोगी एक्जीबिशन है।”एयरोस्पेस और रक्षा जैसे उभरते उद्योगों में बढ़ते उपयोग के साथ-साथ इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स, रिन्यूएबल एनर्जी, रासायनिक उपकरण, निर्माण और ट्रांसपोर्टेशन जैसे क्षेत्रों में निरंतर उपयोग से कंपोजिट उद्योग को लाभ मिलने की उम्मीद है।नेशनल रेल प्लान (एनआरपी) 2030, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी सरकारी पहलों का उद्देश्य ट्रेन निर्माण में कंपोजिट जैसी नवीन सामग्रियों के उपयोग को प्रोत्साहित करके भारत की रेलवे प्रणाली को आधुनिक बनाना है। भारतीय रेलवे कंपोजिट पार्ट्स निर्माण कंपनियों में किनेको लिमिटेड, टाटा एडवांस्ड मैटेरियल्स लिमिटेड (टीएएमएल), भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल), हिंदुस्तान कंपोजिट लिमिटेड, बीएफजी इंटरनेशनल और अन्य शामिल हैं।
बहुप्रतीक्षित इंटरनेशनल कॉंफ्रेंस एंड एक्जीबिशन ऑन रीइन्फोर्स्ड प्लास्टिक (आईसीईआरपी) 2025 का आयोजन होने जा रहा है, जो कंपोजिट क्षेत्र के उद्योग जगत के लीडर्स, इनोवेटर्स और प्रोफेशनल्स को एक साथ आने, विचारों का आदान-प्रदान करने और नए अवसरों की खोज करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा। 21-23 जनवरी 2025 को आयोजित होने वाला यह प्रमुख कार्यक्रम कंस्ट्रक्शन, ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रिकल, मरीन, डिफेंस, एयरोस्पेस और रिन्यूएबल एनर्जी सहित विभिन्न उद्योगों के प्रमुख प्लेयर्स को एक साथ लाएगा और इन क्षेत्रों में कंपोजिट्स की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डालेगा।आईसीईआरपी 2025 में एक कॉंफ्रेंस प्रोग्राम शामिल है जिसमें मुख्य भाषणों, पैनल चर्चाओं और इंटरैक्टिव सेशंस की एक श्रृंखला शामिल होगी, जहाँ इंडस्ट्री के एक्सपर्ट कंपोजिट्स के भविष्य के लिए अपनी अंतर्दृष्टि और भविष्यवाणियाँ साझा करेंगे। प्रतिभागियों को संभावित पार्टनर्स के साथ नेटवर्क बनाने, सहयोग के अवसरों पर चर्चा करने और इस बात की गहरी समझ हासिल करने का मौका मिलेगा कि कैसे कंपोजिट्स दुनिया भर के उद्योगों में क्रांति ला रहे हैं।एफआरपी इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित आईसीईआरपी 2025, विविध उद्योगों में कंपोजिट्स की नवीनतम तकनीकी प्रगति, सल्यूशंस और अप्लीकेशंस को प्रदर्शित करने का वादा करता है।
एक्जीबिशन में मैन्यूफैक्चर्स, सप्लायर्स और इनोवेटर्स सहित कई एक्जीबिटर्स शामिल होंगे, जो सभी अत्याधुनिक उत्पाद पेश करेंगे और कंपोजिट्स के क्षेत्र में उभरते रुझानों पर चर्चा करेंगे।आईसीईआरपी 2025 के बारे मेंआईसीईआरपी 2025 कंपोजिट उद्योग को समर्पित एक प्रमुख एक्जीबिशन है, जिसका आयोजन एफआरपी इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कंपोजिट्स में नवीनतम इनोवेशंस, ट्रेंड्स और टेक्नालॉजी पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के हितधारकों को एक साथ लाना है। यह एक्जीबिटर्स और उपस्थित लोगों को कंस्ट्रक्शंस, ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, रिन्यूएबल एनर्जी और अन्य जैसे उद्योगों में कंपोजिट्स के विशाल अप्लीकेशंस का नेटवर्क बनाने, सहयोग करने और तलाशने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।अधिक जानकारी के लिए और आईसीईआरपी 2025 के लिए पंजीकरण करने के लिए, कृपया www.icerpshow.com पर जा सकते हैं