श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता

वरिष्ठ भाजपा नेता और मुंबई के पूर्व उप महापौर बाबू भाई भवानजी ने कहा है कि,”पीएम मोदी भारत को विश्व का सबसे मजबूत देश बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, इसलिए देश की जनता को विपक्ष की गुमराह करने वाली बातों को नजरअंदाज करना चाहिए और मोदी जी को मजबूत बनाने का काम करना चाहिए।”
एक बयान में भवानजी ने कहा कि,”आपने कभी ध्यान दिया है ,जब भी भारतीय प्रधानमंत्री अमेरिका या यूरोप जाते हैं तो वहाँ के राजनेताओं से मिलते हैं, और फिर उनकी अलग से मीटिंग होती है वहाँ के बड़े बिजनेस ग्रुप से . इस दौरान बड़े बड़े एमओयू होते हैं और फिर इन्वेस्टमेंट भी होते हैं. दुनिया में राजनीति और अर्थतंत्र का आपस में बहुत बड़ा सम्बन्ध है.दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं.अब अगर किसी देश को अपना प्रभुत्व जमाना है, तो उसका रास्ता अर्थतंत्र से ही होकर जाता है.क्यूंकि अब युद्ध करके देशों को जीतना आसान नहीं रहा.अंग्रेजों ने तो यह बात सैकड़ों सालों पहले समझ ली थी. उन्हीं की बनाई ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत पर आधिपत्य करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई थी.”
भवानजी ने कहा कि,” दुर्भाग्य से आजादी के बाद भारत ने अर्थतंत्र की शक्ति को नहीं पहचाना.हम छद्म शान्ति का गाना गाते रहे. गुटनिरपेक्ष का राग अलापते रहे और इसी कारण पीछे भी रह गए.लेकिन अब ऐसा नहीं है.G-20 में बड़े ही महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं.इनमे से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है भारत-मिडिल ईस्ट- यूरोप कॉरिडोर जो एक तरह से BRI का जवाब है और अपनी तरह का दुनिया के इतिहास में पहला प्रोजेक्ट है.”
उन्होंने कहा कि ,”भारत अब पोल पॉजिशन पर पहुंच चुका है.अगले 30-40 साल भारत को जमकर काम करना है.पब्लिक प्राइवेट सेक्टऱ को साथ आना है और 2050 से पहले आप दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे शक्तिशाली देश होंगे. विश्वास करना होगा अपनी क्षमताओं पर.”