मुंबई वार्ता संवाददाता

मध्य रेल्वे के रेल्वे सुरक्षा बल ने गवर्नमेंट रेलवे पुलिस और अन्य निजी रेलवे कर्मचारियों के साथ समन्वय करके जनवरी से नवंबर-२०२४ की अवधि के दौरान कुल १०९९ बच्चों (७४० लड़के और ३५९ लड़कियां) को बचाया। इसमें चाइल्डलाइन जैसे गैर सरकारी संगठनों की मदद से अपने माता- पिता से मिलवाए गए लड़के व लड़कियां शामिल हैं।
पिछले साल की तुलना में यह नंबर अधिक है। रेलवे स्टेशन पर झगड़े, पारिवारिक समस्याओं, शहर की चकाचौंध की तलाश में घर छोड़कर आए बच्चों को प्रशिक्षित आरपीएफ कर्मियों द्वारा ढूंढा जा रहा है और उनके परिवार वालों से मिलाया जा रहा है.