श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता

मध्य रेल पर मुंबई से वाराणसी की ओर जाने वाली ट्रेनों के टूटायर डिब्बों का भी बुरा हाल है. टूटायर डिब्बों मे सफर करने वाले यात्रियों को ओढ़ने के लिए गंदे चादर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.






मुंबई वार्ता संवाददाता ने 26 नवंबर को ट्रेन संख्या- 22177 के A-1 टूटायर डिब्बे मे मुंबई से वाराणसी तक का सफर किया. यह देखकर बड़ी हैरानी हुई कि ट्रेन के टूटायर डिब्बे मे भी रेल प्रशासन नियमितता बनाए रखने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है. ट्रेन में ओढ़ने के लिए दी गई चादरें गंदी मिली. दो बार डिब्बे के अटेंडेंट ने चादरें बदलकर दी लेकिन फिर भी साफ़ चादर नहीं मिली. आखिरकार मैली चादरो से ही अन्य यात्रियों को काम चलाना प़डा.


रेल प्रशासन को चाहिए कि चादर धोने का ठेका लेने वाले ठेकेदार के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करे. ट्रेन के टूटायर डिब्बे के अटेंडेंट ने यह बोलकर हाथ झाड़ लिया कि हमे जो मिलेगा हम तो वही चादर आप लोगों को देंगे. आप चाहें तो रेल प्रशासन से शिकायत कर सकते हैं.
सोचने वाली बात यह है कि रेल प्रशासन अधिकारियों की शह पर ही ठेकेदार गंदी चादरें यात्रियों को उपलब्ध कराने की धृष्टता करते हैं. तो ऐसे रेल प्रशासन से यात्री भी अब क्या उम्मीद रखे ?