राजन बलसाने /मुंबई वार्ता

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने बैंकों में मराठी भाषा के इस्तेमाल को लेकर सख्त रुख अपनाया है। मनसे कार्यकर्ताओं ने आज एसबीआई और कोटक बैंक के प्रबंधकों से मुलाकात कर मराठी भाषा में बोर्ड लगाने, मराठी कर्मचारियों की नियुक्ति करने और यदि कोई बाहरी कर्मचारी है तो उसे एक महीने के भीतर मराठी बोलने में सक्षम होने की मांग की है।


मनसे ने स्पष्ट किया है कि यदि एक महीने के भीतर इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो बैंकों के खिलाफ मनसे अपने स्टाइल में काम करेगी।


मनसे कार्यकर्ताओं ने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा का सम्मान सर्वोपरि है और बैंकों को स्थानीय भाषा का महत्व समझना चाहिए।
इस मौके पर मनसे कार्यकर्ताओं ने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा की उपेक्षा सहन नहीं की जाएगी। यदि बैंकों ने इन मांगों को नजरअंदाज किया तो मनसे अपने अंदाज में विरोध प्रदर्शन करेगी।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष बंडू देशमुख, शहर प्रमुख संजय घुघे,कल्पेश माने,रवि पाल,मुकेश सेठ पालानी,वैभवमहाराष्ट्र नवनिर्माण सेने के महानगर संघटक मैनुद्दीन शेख,वाहतूक सेनेचे शहर संघटक काळु थोरात,विभाग अध्यक्ष कैलास वाघ,कैलास घोरपडे,शाखा अध्यक्ष दीपेश धारिवाल,राहुल राणे,तुकाराम थोरात,सुरेश माने,जगदीश माने,साहिल सय्यद तसेच महाराष्ट्र सैनिक उपस्थित थे. कुलकर्णी,सचिन बेंडके सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद थे।