हरीशचंद्र पाठक/मुंबई वार्ता

महाबोधि विहार पर ब्राह्मणों का कब्जा है और हमारी मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है. हमारे आंदोलन को भी किनारे लगाने की कोशिश की जा रही है. उक्त बातें राष्ट्रवादी रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के पक्षाध्यक्ष नामदेव साबले ने कही.
उन्होंने कहा कि महाबोधि विहार को गैर-बौद्ध वर्ग के नियंत्रण से मुक्त कराना चाहते हैं. बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर है. हम महाबोधि विहार को ब्राह्मणों और गैर-बौद्ध वर्ग के नियंत्रण से मुक्त करने की मांग को लेकर हमारा आंदोलन जारी है. यह सिर्फ एक विहार का सवाल नहीं है, यह हमारी पहचान और गौरव का सवाल है. हम शांति से अपनी मांग रख रहे हैं. जब तक हमें केंद्र सरकार व बिहार सरकार की तरफ से कोई लिखित आश्वासन नहीं मिलता, मुंबई सहित देश भर के बौद्ध समाज प्रदर्शन अनिश्चितकाल तक जारी रखेगा. जिस तरह से अन्य वर्ग के धार्मिक स्थल उसी समाज के ताबे में होता है. उसी तरह से बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थलों को बौद्धों के ताबे में ही देना चाहिए.