मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा कड़ी की जा रही है । मुंबईकर रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशनों और आसपास के क्षेत्रों में १०,००० सीसीटीवी प्रणालियों के माध्यम से प्रभावी निगरानी रखी जा रही है। रेल्वे पुलिस मुंबई में दैनिक यात्रियों और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्पर है।


मुंबई रेल्वे पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत मध्य और पश्चिम रेलवे पर 139 रेल्वे स्टेशन हैं। इस मार्ग पर प्रतिदिन लगभग ३,२०० लोकल रेल यात्राएं होती हैं। यह प्रतिदिन ७.५ से ८ मिलियन यात्रियों को परिवहन प्रदान करता है। इसके साथ ही सैकड़ों लंबी दूरी की रेल यात्राएं भी की जाती हैं। हजारों यात्री यात्रा करते हैं। यात्री सुरक्षा की दृष्टि से रेल्वे कमिश्नरेट के अंतर्गत आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी सिस्टम के जरिए निगरानी की जा रही है।मध्य एवं पश्चिम रेल्वे के प्रत्येक रेल्वे स्टेशन पर बेड़े में वृद्धि की गई है। श्वान दस्ता हर इलाके की जांच कर रहा है। सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि लंबी दूरी की ट्रेनें पश्चिमी रेल्वे लाइन पर चर्चगेट, मुंबई सेंट्रल, दादर, बांद्रा टर्मिनस, बोरीवली और सीएसएमटी, दादर, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, कल्याण और सेंट्रल रेल्वे स्टेशन पर रुकती हैं।सभी पुलिस थानों में पुलिस मित्रों, शांति समितियों, यात्री एवं आवागमन संघों के साथ-साथ कैंटीन, रेलवे, सफाई कर्मचारियों, कुलियों और बूट पॉलिश करने वालों से व्यक्तिगत संपर्क बनाए रखा जाता है। इसलिए सुरक्षा उद्देश्यों के लिए आवश्यक जानकारी के अतिरिक्त किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, चीज या वस्तु की सूचना तुरंत दी जाती है। प्रत्येक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को कम से कम दो घंटे तक फील्ड स्थान पर उपस्थित रहना आवश्यक है।प्रत्येक अधिकारी के लिए पुलिस थाने की सीमा के भीतर कम से कम चार घंटे गश्त करना अनिवार्य है।
इसी प्रकार, दैनिक यात्रियों की आकस्मिक जांच के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए विशिष्ट प्रक्रियाएं निर्धारित की गई हैं और निरीक्षण तदनुसार किया जाता है।
इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर अचानक जांच, यानी ‘बड़े पैमाने पर फ्लैश चेकिंग’ भी की जाती है। इसमें एक अधिकारी और तीन से चार कर्मचारी होते हैं। इन घटनाओं की तस्वीरें प्रतिदिन कमिश्नरेट के ‘आंतरिक व्हाट्सएप ग्रुप’ में विभिन्न पुलिस स्टेशनों द्वारा प्रसारित की जाती हैं। ये चित्र नियंत्रण कक्ष में एकीकृत किये गये हैं। रेल्वे पुलिस आयुक्तालय ने यह भी बताया है कि मुंबई रेल्वे पुलिस दुर्घटना की जांच के लिए तत्परता से काम कर रही है।