मुंबई वार्ता संवाददाता
मुंबई महापालिका ने बिना किसी कर वृद्धि, शुल्क वृद्धि या अतिरिक्त आर्थिक बोझ के बजट पेश किया है, जिससे आम नागरिकों को राहत मिलेगी। यह सकारात्मक और विकासोन्मुखी बजट है, जो विद्यार्थियों, नौकरीपेशा लोगों, गरीब श्रमिकों और उद्यमियों सहित समाज के सभी वर्गों की शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और अन्य सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह बजट आधुनिक मुंबई के शुभारंभ का संकेत देता है, ऐसा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा।
मंत्रालय में कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मुंबई महापालिका का ₹74,427 करोड़ का बजट पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि मुंबई तेजी से बदल रही है और विकसित हो रही है। सड़कों के कंक्रीटीकरण को दो चरणों में पूरा किया गया है, जो इस बदलाव का एक प्रमुख संकेत है।
उन्होंने आयुक्त भूषण गगराणी और अतिरिक्त आयुक्त अभिजीत बांगर को ग्लोबल मुंबई की झलक देने वाले बजट के लिए बधाई दी।उन्होंने आगे कहा कि यह बजट स्पष्ट रूप से दिखाएगा कि मुंबई कितनी तेजी से भविष्य की ओर बढ़ रही है। ₹43,000 करोड़ का खर्च विकास कार्यों पर किया जाएगा, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य और केंद्र सरकार मुंबई के विकास को कितनी गंभीरता से ले रही हैं। पूंजीगत व्यय में यह वृद्धि ऐतिहासिक है, और आगामी वित्तीय वर्ष में महापालिका की आय में ₹7,000 करोड़ की वृद्धि होने की संभावना है।
इस उपलब्धि के लिए उपमुख्यमंत्री ने प्रशासन की सराहना की।‘बेस्ट’ (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) के लिए ₹1,000 करोड़ की व्यवस्था की गई है। बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही मुंबई में तेज और कुशल परिवहन प्रणाली विकसित करने पर भी ध्यान दिया गया है।
प्रदूषण मुक्त, गड्ढामुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त मुंबई के वादे को पूरा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, मुंबई भारत की फिनटेक राजधानी के रूप में उभर रही है, और यह बजट इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। मुंबई को वैश्विक मंच पर चमकते हुए देखने का यह शुभारंभ है, ऐसा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा।