मुंबई वार्ता संवाददाता
“अरे! सरकार के अंग-,अंग में फरेब ही का नाच चल रहा है! ‘लाडली बहना’? ये कोई योजना नहीं है भाई, ये तो सरकार की झूठ और नौटंकी की ‘लाडली नौटंकी’ है। लोकसभा में हार का सामना करने के बाद, सरकार ने बहनों के आंखों में धूल झोंकी — पहले १५०० रुपये का गाजर, फिर कहा सत्ता में आए तो २१०० देंगे, और अब? ना गाजर, ना हाथ में कुछ। खाली वादे और झोला, ” ऐसे तीखे अंदाज में राष्ट्रवादी काँग्रेस – (शरदचंद्र पवार गट के) प्रदेश प्रवक्ता और मुंबई युवक काँग्रेस अध्यक्ष एड. अमोल मातेले ने सत्ताधारी सरकार की तीखी आलोचना की।

एड. मातेले ने सरकार कोलताड़तेहुएकहा, “८ लाख बहनों को अब समझना होगा — सरकार ने आपके साथ कैसा धोखा किया है। पहले वादों से वोट लिए, और अब स्टायपेंड घटाकर पल्ला झाड़ लिया। ये कोई योजना नहीं, ये तो है ‘स्कीम बना के स्क्रू करना है। यह सरकार तो ‘चुनाभट्टी की पट्टियां’ जैसी है — ऊपर से मीठी बातें, लेकिन अंदर से फरेब । अब फिर चुनाव करीब आया, तो वही मीठा राग अलापा जा रहा है। लेकिन इस बार बहनों को इनकी झूठी बातों का जवाब चप्पल से देना होगा। हम चुप बैठने वाले नहीं हैं। हम हर बहन के अधिकार के लिए लड़ेंगे, सड़क पर उतरेंगे और सरकार के इस झूठ की नक़ाब को उतार फेंकेंगे। ‘लाडली बहना’ हमारे लिए वोटबैंक नहीं, हमारा परिवार है — और जो परिवार से धोखा करता है, उसे करारा जवाब ज़रूरी है। सत्ता के लिए कुछ भी कर जाना, और जीत के बाद जनता को भूल जाना। सरकार को शर्म आनी चाहिए। बहनों के विश्वास के साथ ऐसा राजनीतिक खेल? लाडली बहना योजना? या लाडली बेवफाई की मिसाल.”