श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता

आगामी 5 जून को मनसे- उबाठा द्वारा मराठी भाषा सख्ती को लेकर मोर्चा निकालने की घोषणा पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि,” सिर्फ और सिर्फ राजकीय अस्तित्व को बचाने के लिए यह मोर्चा निकाला जा रहा है।”
अमित साटम ने कहा कि,” सरकार ने बार बार स्पष्ट किया है कि महाराष्ट्र में किसी भी प्रकार की हिन्दी भाषा की सख्ती नहीं है। इसके बावजूद हिन्दी सख्ती को मुद्दा बनाकर मनसे- उबाठा मोर्चा निकाल रहे हैं। यह सिर्फ राजनयिक अस्तित्व को बचाने की उनकी कोशिश है।”


उन्होंने यह भी कहा कि,” राजनीति के लिए मराठी भाषा और स्वयं के परिवार के लिए अँग्रेजी भाषा एवं अन्य विदेशी भाषा। आज समान्य मराठी जनता सवाल पूछ रही है कि आपके बच्चे किन स्कूलो में पढ़े, पढ़ाई के दौरान आपके परिवार के बच्चों ने मराठी भाषा छोड़कर कौन कौन सी विदेशी भाषा सीखी? इन.सवालों का जवाब देने के बाद ही उन्हें मराठी भाषा के नाम पर राजनीति करनी चाहिए।”