राज्य भर में “मुख्यमंत्री सहाय्यता निधि कक्ष” की स्थापना, अब जिलों में मिलेगी मदद.

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मुंबई वार्ता संवाददाता

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देशानुसार, राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के सभी जिलों में “मुख्यमंत्री सहाय्यता निधि कक्ष” स्थापित करने का निर्णय लिया है, जो आर्थिक रूप से जरूरतमंद मरीजों को सहायता प्रदान करेगा। यह कदम फडणवीस के पहले मुख्यमंत्री कार्यकाल में शुरू की गई मुख्यमंत्री सहाय्यता निधि के तहत आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की दिशा में उठाया गया है।

मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया है कि यह सुविधा नागरिकों को उनके अपने जिलों में आसानी से उपलब्ध हो, और इस दिशा में शासन ने निर्णय लिया है कि अब सभी जिलों में यह कक्ष स्थापित किए जाएंगे।पहले मरीजों और उनके परिजनों को मंत्रालय में आकर उनके आवेदन का पालन करना पड़ता था। अब इस फैसले के बाद नागरिकों को मुख्यमंत्री सहाय्यता निधि के मामलों की जानकारी उनके जिले में ही उपलब्ध होगी।

मुख्यमंत्री सहाय्यता निधि कक्ष के प्रमुख रामेश्वर नाईक ने बताया कि यह निर्णय नागरिकों के लिए सहूलियत बढ़ाएगा।

सुलभ और पेपरलेस प्रक्रिया:

मुख्यमंत्री फडणवीस के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री सहाय्यता निधि कक्ष की प्रक्रिया को अब पूरी तरह से सुलभ और पेपरलेस किया जा रहा है। महंगे उपचार के लिए आर्थिक मदद प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी, जिससे मरीजों को मंत्रालय में आने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके लिए जल्द ही एक स्वतंत्र ऑनलाइन प्रणाली विकसित की जाएगी, जिससे नागरिकों का समय और खर्च दोनों बचेंगे।राज्य सरकार ने “मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्ष” को राज्य भर के जिल्हाधिकारी कार्यालयों में स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिससे गंभीर रोगों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त करना अब और भी सरल होगा।

मुख्यमंत्री चिकित्सा सहाय्यता निधी के तहत जरूरतमंद नागरिकों को गंभीर उपचारों के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।इस कदम के जरिए नागरिकों को उनके ही जिले में सुविधा उपलब्ध होगी। अब नागरिक अपने आवेदन की स्थिति जान सकेंगे और कोई भी समस्या समाधान के लिए कक्ष में संपर्क कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, कक्ष में आने वाले रुग्णों के परिजनों को आवेदन भरने में मदद की जाएगी, अस्पतालों में जाकर सहायता प्राप्त रुग्णों से मिलेंगे, और इस निधी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों की समिति गठित की गई है, जो सहायता राशि का पुनरावलोकन कर उसका आकलन करेगी।

अर्ज की प्रक्रिया अधिक गतिशील, सरल होगी:

मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्ष ने अब तक राज्यभर में हजारों जरूरतमंद रुग्णों को जीवनदान दिया है। यह सहायता प्रक्रिया अब और भी सुलभ और गतिशील बनने जा रही है, क्योंकि धर्मादाय रुग्णालय मदद कक्ष और मुख्यमंत्री सहाय्यता निधी कक्ष की ऑनलाइन प्रणालियां एक साथ जोड़ी जाएंगी। यह कदम प्रक्रिया को सरल और अधिक प्रभावी बनाएगा।मुख्यमंत्री के इस उपक्रम से राज्य की स्वास्थ्य सेवा और अधिक सक्षम और जनाभिमुख होगी, ऐसा विश्वास व्यक्त करते हुए श्री. नाईक ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

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