■ कवरेज के लिए मुंबई वार्ता के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
मुंबई वार्ता संवाददाता

पेशे से कम्प्यूटर इंजीनियर और प्रतिभा से भरतनाट्यम की कुशल नृत्याँगना सुश्री आशी श्रीवास्तव ने आज शिवमहापुराण कथा में अपनी नृत्य प्रस्तुति दी।


बता दें कि अखिल भारतीय बेटल स्पोर्ट संघ द्वारा मुंबई में आयोजित आल इण्डिया नेशनल डांस कॉम्पीशन एन्ड फेस्टिवल में आशी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था और अब इंटरनेशनल डांस कॉम्पीशन के लिए वो भारत का प्रतिनिधित्व करने भूटान जा रही हैँ।
कथा आयोजन में उन्होंने अपनी नृत्य प्रस्तुति देकर जहाँ भगवान शिव से आशीर्वाद लिया। वहीं कथा श्रवण करने आए भक्तजन नृत्य देख कर मन्त्रमुग्ध हो गए। इस प्रस्तुति के पश्चात जगद्गुरु चैतन्य गोपेश्वर देव महाराज ने सुश्री आशी को आशीर्वाद देकर अपने चौथे दिन की कथा प्रारम्भ की।
नौ तपा के पहले दिन जहाँ तेज गरमी और उमस होती है वहीं आज बारिश ने कथा श्रवण करने आए श्रोताओं को इस तपन से दूर रखा। सार्वभौम सनातन धर्म महासभा के सदस्यों ने बारिश में भक्तगणो को असुविधा न हो इसके लिए पूरा ध्यान रखा।
आज की कथा में गणेश जी के जन्म का संगीतमय तरीके से बेहद रोचक वर्णन किया गया। माता पिता की परिक्रमा कर उन्होंने पूरी पृथ्वी की परिक्रमा पूर्ण की। और वेदो पुराणों के सिद्धांत को सिद्ध किया। अपनी बुद्धिमानी प्रकट की। इसके बाद गणेश जी के विवाह का मार्ग प्रशस्त हुआ। विवाह के इस अवसर को भी जगद्गुरु ने मधुर संगीत के माध्यम से व्यक्त किया। तो बारिश भी होने लगीं जिसे देखकर जगद्गुरु ने श्रोताओं से कहा कि इसकी चिंता मत करो, ज़ब गणेशजी का विवाह होगा तो इंद्र देव प्रसन्न तो होंगे ही। श्रोताओं ने भी खूब भक्तिमय आनंद उठाया। रूद्र संहिता अध्याय आज पूर्ण किया गया।
इसके पश्चात त्रिपुरासुर और उसके तीन पुत्रो की कथा का वर्णन करते हुए आज कार्तिकेय के पराक्रम का भी रोचक वृतांत सुनाया गया। कथा के विश्राम पश्चात सार्वभौम सनातन धर्म महासभा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव ने विशेष रूप से मुंबई वार्ता का आभार प्रकट भी किया जो प्रतिदिन इस कथा के प्रसंगो को प्रकाशित कर रहा है।