■ बजट में वार्षिक आमदनी 15 प्रतिशत बढ़ने का दावा
■ बच्चियों के लिए ‘श्री सिद्धिविनायक भाग्यलक्ष्मी’ योजना
वरिष्ठ संवाददाता/ मुंबई वार्ता

श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट द्वारा संचालित दादर पश्चिम प्रभादेवी स्थित सिद्धिविनायक मंदिर ने 31 मार्च को वार्षिक लेखा जोखा पेश करते हुए आगामी वित्त वर्ष के बजट का प्रस्ताव पेश किया है। इसके अनुसार मंदिर की वार्षिक आमदनी लगभग 133 करोड़ हुई है।


ट्रस्ट के अध्यक्ष, राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त सदा सरवणकर की अध्यक्षता में सभी ट्रस्टियों की मौजूदगी में हुई बैठक में वर्ष 2024-2025 तथा वर्ष 2025-2026 के लिए बजट अनुमानित बजट पेश किया गया।


सिद्धिविनायक मंदिर के ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी ने बताया कि न्यास समिति ने बैठक में सर्वसम्मति से नवजात बालिकाओं के लिए अभिनव ‘श्री सिद्धिविनायक भाग्यलक्ष्मी’ योजना शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। इस योजना के तहत विश्व महिला दिवस 8 मार्च को राज्य के सरकारी अस्पतालों में पैदा होने वाली बच्चियों की माता के नाम पर 10000 रुपए का फिक्स डिपॉजिट किया जाएगा। इसके लिए वही परिवार लाभार्थी होगा जो सरकारी योजनाओं के लिए निर्धारित नियमों के तहत पात्र होता है। सभी ट्रस्टियों के सुनियोजित एवं पारदर्शी कार्यप्रणाली, प्रशासन एवं श्रद्धालुओं की भागीदारी के कारण वर्ष 2024-2025 में ट्रस्ट की अनुमानित आय 114 करोड़ होने वाली थी जो बढ़कर 133 करोड़ रुपए हो गई है। इस तरह से ट्रस्ट की वार्षिक आय पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15% बढ़ी है।


■ आगामी वर्ष में 154 करोड़ का लक्ष्य
आचार्य त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर में होने वाले विभिन्न अनुष्ठानों, पूजा, प्रसाद, लड्डू और नारियल बर्फी आदि से अगले वित्त वर्ष 2025-26 में ट्रस्ट ने आय 154 रुपए आमदनी का लक्ष्य रखा गया है। ट्रस्ट प्रबंधन समिति द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव सरकार को अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया गया है। सरकार की मंजूरी के बाद इस योजना के मानदंडों की घोषणा की जाएगी।


■ विनायक चतुर्थी पर गणपति मंदिरों में भीड़
मंगलवार 1 अप्रैल को चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी पर सभी गणेश मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी। वासंतिक नवरात्र के चलते इस चतुर्थी का महत्व काफी बढ़ गया था। श्री सिद्धिविनायक मंदिर प्रभादेवी और श्री सिद्धिविनायक मंदिर टिटवाला में सुबह मंगला आरती के बाद से से ही भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी जो रात में मंदिर के गर्भगृह का पट बंद होने तक जारी रही। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रबंधन के साथ स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
टिटवाला गणपति मंदिर के पुजारी ईशान योगेश जोशी ने बताया कि नवरात्र के चलते श्रद्धालु ज्यादा संख्या में जुटे लेकिन सभी को आसानी से दर्शन उपलब्ध कराया गया। सिद्धिविनायक गणपति मंदिर में अंगारक योग के तहत ‘सूक्त जप’ व ‘सहस्रावर्तन पूजा’ अनुष्ठान किया गया जिसमें ट्रस्टी महेश मुदलियार ने यजमान की भूमिका निभाई।