मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

विधानमंडल के जून 2025 के मानसून सत्र में उपमुख्यमंत्री तथा राज्य के वित्त एवं योजना मंत्री अजित पवार ने आज विधानमंडल में 57,509 करोड़ 71 लाख रुपये की अनुपूरक मांगें पेश कीं। इस निधि का उपयोग मुख्य रूप से राज्य में सड़क, मेट्रो, सिंचाई योजनाओं जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं, सिंहस्थ कुंभ मेले की योजना और कार्यान्वयन, महात्मा ज्योतिराव फुले स्वास्थ्य योजना, संजय गांधी निराधार अनुदान योजना, पिछड़े छात्रों के लिए छात्रवृत्ति के साथ-साथ समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के विकास के लिए किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा प्रस्तुत पूरक मांगों में 19,183 करोड़ 85 लाख रुपये अनिवार्य, 34,661 करोड़ 34 लाख रुपये कार्यक्रम के तहत पूरक मांगें हैं और 3,664 करोड़ 52 लाख रुपये वित्तीय सहायता की उपलब्धता के अनुरूप केंद्र प्रायोजित कार्यक्रम के तहत पूरक मांगें हैं। हालांकि सकल पूरक मांगें 57,509 करोड़ 71 लाख रुपये हैं, लेकिन इसका वास्तविक शुद्ध भार 40,644 करोड़ 69 लाख रुपये है।
उपमुख्यमंत्री तथा राज्य के वित्त एवं नियोजन मंत्री अजित पवार द्वारा आज प्रस्तुत 57,509 करोड़ 71 लाख रुपये की पूरक मांगों में से सबसे अधिक 11,42 करोड़ 76 लाख रुपये 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार अनुदान पर खर्च किए जाने हैं। 3,228 करोड़ 38 लाख रुपये मेट्रो परियोजनाओं, नगर निगमों, नगर पालिकाओं, नगर परिषदों और जिला परिषदों के स्टांप शुल्क अधिभार की वापसी के लिए हैं।
राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) ने महाराष्ट्र सरकार के माध्यम से सहकारी चीनी मिलों को कार्यशील पूंजी के लिए मार्जिन मनी ऋण के लिए 2,182 करोड़ 69 लाख रुपये का प्रावधान किया है।