मुंबई वार्ता

चुनाव के दौरान रुपये बांटने के आरोप पर सफाई देते हुए भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे ने कहा कि,”मामले की जांच होने दें. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.”
उन्होनें कहा कि,”वाडा से मुंबई लौटते समय वसई क्षेत्र में पहुंचकर मैंने स्थानीय भाजपा उम्मीदवार राजन नाइक को पूछताछ के लिए फोन किया। उन्होंने कहा, हम सभी कार्यकर्ता वसई के एक होटल में हैं, आइए चाय पीते हैं। जब मैं वहां गया तो स्वाभाविक रूप से चुनाव की चर्चा चल रही थी। मैं मतदान के दिन तकनीकी प्रक्रिया और हमे बरती जाने वाली सावधानी के बारे में बात कर रहा था। उसी समय कुछ कार्यकर्ता अचानक आये और मुझे घेर कर चिल्लाने लगे। यह जानने के बाद कि ये कार्यकर्ता बहुजन विकास अघाड़ी के हैं, मैंने उस पार्टी के प्रमुख मा.हितेंद्र ठाकुर को फोन किया और उनसे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को समझाए ऐसा अनुरोध किया। मा. हितेंद्र ठाकुर और वि. क्षितिज ठाकुर वहां आये। उन दोनों से बात करने के बाद मैं उनके साथ उसी कार से बाहर निकला। ये सारी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है। मैं सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ चाय पीने गया था और चर्चा कर रहा था। उस वक्त मेरी ओर से पैसे बांटने का सवाल ही नहीं उठता। इस संदर्भ में सीसीटीवी फुटेज देखें, दूध का दूध, पानी का पानी, स्पष्ट हो जाएगा। मा.राहुल गांधी एवं मा.सुप्रिया सुले इस संबंध में आलोचना करने वाले नेताओं ने तथ्यों को समझना चाहिए। साथ ही इस संबंध में चुनाव आयोग द्वारा इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”