सतीश सोनी/मुंबई वार्ता

भायंदर पूर्व के साईंबाबा नगर इलाके में २०१२ में एक नृशंस हत्या की गई थी। इस हत्या का मुख्य आरोपी उसी दिन से फरार था। उसे १३ साल बाद नाटकीय ढंग से दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। यह उपलब्धि कश्मीरी पुलिस की अपराध शाखा, सेल १ को मिली है।


आरोपी के फरार हो जाने के एक या दो साल के भीतर ही मामले बंद कर दिए जाते हैं। लेकिन कश्मीरी पुलिस ने ऐसा नहीं किया। वे लगातार आरोपी का पीछा कर रहे थे। अंततः 13 साल की कोशिश के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सुरेश कुमार सूर्यनारायण चौधरी (३५) की उनके ही घर में हत्या कर दी गई थी। आरोपियों ने सुरेश कुमार की बिजली के तार से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके अलावा, उसके चेहरे पर पट्टी बंधी हुई थी। उसकी लोहे की रॉड से बेरहमी से हत्या की गई, सिर और चेहरे पर वार किया गया तथा चेहरे, छाती, पेट, हाथ और गुप्तांगों पर कटर और अन्य धारदार हथियारों से वार किया गया था।उस समय इस मामले में नवघर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, अपराध को अंजाम देने के बाद आरोपी पुलिस के हाथ से फरार हो गया।
वह बिहार और दिल्ली में अलग-अलग पहचान के साथ रहता था । वह हर बार पुलिस को बेवकूफ बनाने में कामयाब रहा। पुलिस ने उसे ढूंढने के लिए समय-समय पर बिहार में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन वह कभी किसी पुलिस अधिकारी के हाथ नहीं लगा। उसने कई बार अपना भेष और नाम बदला। इसीलिए पुलिस भी उसे पकड़ नहीं सकी।हालाँकि, कश्मीरी पुलिस ने मामले की समानांतर जांच जारी रखी। जांच के दौरान प्राप्त खुफिया जानकारी और तकनीकी विश्लेषण के बाद आरोपी गोविंद कुमार हरक उर्फ जगत नारायण चौधरी को कुशलतापूर्वक दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। है।