श्रीश उपाध्याय/ मुंबई वार्ता

मुबंई बीजेपी अध्यक्ष और विधायक आशीष शेलार के एक आरोप के बाद महाराष्ट्र में सियासी पारा गर्म हो गया है. आशीष शेलार ने एकनाथ शिंदे की सरकार के दौरान शुरू किए गए एक 6,000 करोड़ के प्रोजेक्ट पर सवाल उठाए हैं.


आशीष शेलार ने बीएमसी कमिश्नर भूषण गगरानी को पत्र लिखकर एकनाथ शिंदे की सरकार के दौरान शुरू की गई 6000 करोड़ रुपये की सड़क सीमेंटिंग परियोजना में घटिया गुणवत्ता का आरोप लगाया है.
उन्होंने शिंदे सहयोगियों के बारे में चिंता जताते हुए जांच की मांग की है.आशीष शेलार के आरोप पर हलचल इसलिए तेज हो रही है क्योंकि शिंदे सरकार में बीजेपी भी हिस्सेदार थी. ऐसे में सवाल यह है कि उन्होंने अपनी ही सरकार के एक प्रोजेक्ट पर सवाल उठा दिए हैं ?
आशीष शेलार ने बीएमसी कमिश्नर को पत्र में लिखा, “मुंबई में पिछले वर्ष से किए गए 6,000 करोड़ रुपयों के सीमेंटकरण कार्यों की गुणवत्ता के संबंध में मुझे नागरिकों से शिकायतें मिलीं हैं. सीमेंट की परतें उखड़ रहीं . मेरे विधानसभा क्षेत्र के सांताक्रूज पश्चिम क्षेत्र में बुधवार को रोड के निरीक्षण के दौरान, मैंने देखा कि हाल ही में पूरी की गई सीमेंट की सड़क में दरारें आ गई हैं. सीमेंट की परतें उखड़ रही हैं और हाल ही में किए गए सड़क कार्यों का भी ठीक से काम नहीं किया जा रहा है. इसकी जांच के लिए विशेष जांच दल का करें गठन.”
आशीष शेलार ने पत्र में ये भी लिखा, “खराब गुणवत्ता वाले काम और खराब सीमेंटिंग कार्यों के कई मुद्दों के मद्देनजर मैं मांग करता हूं कि एक विशेष जांच दल का गठन किया जाए. इसमें किए गए कार्य के गुणवत्ता पहलुओं की जांच करें. कंक्रीट की गई 40 फीसदी सड़क पैच का आईटी बॉम्बे, वीजेटीआई के विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत ऑडिट कीजाए. गुणवत्ता नियंत्रण, सतर्कता प्रक्रिया और ठेकेदार के काम में यदि कोई चूक हुई है तो उसकी जांच की जानी चाहिए.”
ठेकेदारों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
विधायक शेलार ने पत्र में लिखा, “उपर्युक्त जांच के आधार पर, दोषी सड़क ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जिसमें लापरवाह एजेंसियों, अधिकारियों के खिलाफ जुर्माना, अगर कोई दोषी हो तो ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई की जाए.”