मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

मुंबईकरो को वायु गुणवत्ता की गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है, और धूल प्रदूषण इसका एक मुख्य कारण है। निर्माण कार्य, खराब रखरखाव वाली सड़कें और वाहनों की आवाजाही से हवा में बड़ी मात्रा में धूल फैल रही है। इस धूल में PM2.5 और PM10 जैसे महीन कण होते हैं, जो लोगों के फेफड़ों और समग्र स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
हालांकि अधिकारी सड़कों पर पानी छिड़कने और निर्माण स्थलों की निगरानी जैसे कदम उठा रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि और अधिक कार्रवाई की आवश्यकता है। निवासी और पर्यावरण समूह इस बढ़ती समस्या से निपटने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सख्त नियमों और बेहतर शहरी नियोजन का आग्रह कर रहे हैं।