मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक के १२२ करोड़ रुपये के गबन मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार को लखनऊ से पवन अमरसिंह जायसवाल (४७) को गिरफ्तार किया। इस मामले में यह नौवीं गिरफ्तारी है।
पवन जायसवाल मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है और कंस्ट्रक्शन मटेरियल सप्लायर है। जांच के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल्स की जांच की तो पता चला कि धोखाधड़ी के करीब 3.5 करोड़ रुपये जायसवाल के बैंक खाते में जमा हैं। गिरफ्तारी के बाद उसे मुंबई के सेशन कोर्ट में पेश किया गया और उसे ७ जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
इस मामले में दादर पुलिस ने कार्यवाहक सीईओ देवर्षि घोष की शिकायत पर केस दर्ज किया था। आर्थिक अपराध शाखा ने सबसे पहले १२२ करोड़ रुपये के गबन मामले में बैंक के जनरल मैनेजर हितेश मेहता को गिरफ्तार किया था। बैंक के पूर्व सीईओ अभिमन्यु सुरेंद्र भोय, जिन्होंने धोखाधड़ी के दौरान भी आंखें मूंद ली थीं, को भी आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके बाद मनोहर अरुणाचलम, कपिल देधिया और अरुणाचलम उन्नाथ को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में जयसवाल समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।