■ डॉ. राजन मकनीकर द्वारा दी गई जानकारी.
मुंबई वार्ता/हरीशचंद्र पाठक

बिहार के विश्व प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक बुद्धगया में महाबोधि विहार मुक्ति आंदोलन भिक्खु संघ द्वारा किया जा रहा है। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया संविधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदेश आंबेडकर जल्द ही इस मुद्दे पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। उक्त जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. राजन मकनीकर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी।


भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद 1947 में नए कानून लागू हुए, जिनमें विश्व में पवित्र माने जाने वाले बिहार स्थित महाबोधि विहार के लिए 1949 में अलग से कानून पारित किया गया तथा उसे पांच ब्राह्मण और चार बौद्ध में वर्गीकरण कर ट्रस्ट बनाया गया। दुनिया में पवित्र माने जाने वाले महाबोधि विहार में घुसपैठ करने की हिंदू ब्राह्मणों की इस कोशिश को विफल किया जाना चाहिए। हिंदू, मुस्लिम, सिख या अन्य धर्मों में कहीं भी हिंदू धर्म का अतिक्रमण नहीं है। तो फिर हिंदू ब्राह्मण महाबोधि विहार में ट्रस्टी कैसे हो सकते हैं? यह प्रश्न डॉ. राजन मकनीकर ने किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे को लेकर संदेश आंबेडकर जल्द ही भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और इस गंभीर मुद्दे को उनके ध्यान में लाएंगे। डॉ. राजन मकनीकर की हाल ही में लोककल्याण ग्राहक संरक्षण संस्था के महाराष्ट्र प्रदेश कार्याध्यक्ष पद पर चुने जाने पर उन्हें बधाईयों का तांता लगा हुआ है ।