■ एमएसएमई जयपुर और लघु उद्योग भारती के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम।
मुंबई वार्ता/संजय जोशी

महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जोड़ने और उन्हें एक्सपोर्ट-इंपोर्ट के क्षेत्र में सशक्त बनाने के उद्देश्य से एमएसएमई जयपुर एवं लघु उद्योग भारती बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में होटल राजमहल में एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता लघु उद्योग भारती बीकानेर के अध्यक्ष राजेश गोयल ने की, जबकि मंच संचालन संगठन के सचिव राकेश जाजू ने किया।


सेमिनार के मुख्य वक्ता एमएसएमई जयपुर के डीएफओ असिस्टेंट डायरेक्टर तरुण भटनागर ने महिलाओं उद्यमियों को एक्सपोर्ट-इंपोर्ट सेक्टर की संभावनाओं, सरकारी योजनाओं और आवश्यक दस्तावेज़ीकरण की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीकानेर जैसे उभरते औद्योगिक शहर में महिलाओं के लिए अब अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचने के अनेक अवसर हैं। एमएसएमई विभाग इस दिशा में तकनीकी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की सुविधा उपलब्ध कराएगा।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय (बीटीयू) के कुलपति प्रो. अखिल रंजन गर्ग ने कहा कि बीटीयू की ओर से उद्यमियों को तकनीकी ज्ञान और उद्योग से जुड़े नवाचारों की सुविधा प्रदान की जाएगी, जिससे महिलाएं व्यवसायिक रुप से अधिक सक्षम बन सकें।इस अवसर पर समाजसेवी सुमन छाजेड़, लघु उद्योग भारती के प्रांतीय अध्यक्ष बालकिशन परिहार, महिला उद्योग भारती बीकानेर की सचिव रंजना चौपड़ा, हैंडीक्राफ्ट विशेषज्ञ गोपाल शर्मा, आईपीआर अटॉर्नी रोहित जैन, एसबीआई के लक्ष्मणराम मदोसिया, भूपेंद्र सिंह (एक्सपोर्ट सेक्टर), नाबार्ड के रमेश तांबिया तथा जीएम टीम की साक्षी अग्रवाल ने भी विचार व्यक्त किए।
वक्ताओं ने महिलाओं को एक्सपोर्ट-इंपोर्ट में मार्केटिंग, ब्रांड प्रमोशन और अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग के बारे में व्यवहारिक जानकारी दी। साथ ही बताया कि एमएसएमई स्कीम, उद्यम रजिस्ट्रेशन तथा हैंडीक्राफ्ट प्रमोशन प्रोग्राम जैसी योजनाएं महिला उद्यमियों को नए अवसर प्रदान कर सकती हैं।अंत में बालकिशन परिहार ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल महिला उद्यमियों को दिशा देते हैं, बल्कि बीकानेर के लघु उद्योगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में भी सहायक सिद्ध होंगे।


