मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

हाल ही में किसान माने जाने वाले राज्य के मछुआरों के लिए एक और अच्छी खबर है। राज्य सहकारी बैंक ने मछुआरों के लिए १,००० करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। राज्य सहकारी बैंक के कार्यालय में आयोजित बैठक में इसकी घोषणा की गई।
इस अवसर पर मत्स्य विकास मंत्री नितेश राणे, सचिव डॉ. रामास्वामी एन, मत्स्य आयुक्त किशोर तावड़े, राज्य सहकारी बैंक के मुख्य प्रशासक विद्याधर अनस्कर, प्रबंध निदेशक दिलीप दिघे और सिंधुदुर्ग जिला बैंक के अध्यक्ष मनीष दलवी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


मत्स्य विभाग को कृषि का दर्जा दिए जाने के बाद मत्स्य विकास मंत्री नितेश राणे मछुआरों के जीवन स्तर को और बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। आज की बैठक उसी माध्यम से आयोजित की गई थी।
इस बैठक में मछुआरों को आधुनिक नाव, उपकरण, कोल्ड स्टोरेज और जाल जैसे विभिन्न कार्यों के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता है। इसके लिए मंत्री नितेश राणे ने राज्य सहकारी बैंक और जिला बैंक के माध्यम से ऋण प्रदान करने की योजना बनाने का सुझाव दिया।
मंत्री राणे ने मुख्य रूप से महिला मछुआरों के लिए एक योजना बनाने का भी सुझाव दिया। राज्य सहकारी बैंक के प्रशासक अनस्कर ने मछुआरों को उचित सहायता प्रदान करने के लिए कहते हुए उन्हें अधिक से अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
राणे ने यह भी सुझाव दिया है कि महिला मछुआरों को इस प्रावधान का अधिकतम लाभ मिलना चाहिए। इस बीच, कुछ दिनों पहले, मछली पकड़ने को कृषि का दर्जा दिया गया था। इस फैसले के बाद, मछुआरों को बड़ी राहत मिलेगी।