- कौन है इंचार्ज.? क्यों दे रखी है छूट.?मुंबई (सं. भा.) : पश्चिम उपनगर के मालाड (प.) में इन दिनों एस. वी. रोड से सटकर चलने वाला एक बीयरबार फिर से चर्चा में है, जिसका नाम ‘मूड बार’ है। यहां इन दिनों जोरदार ‘ठूमके’ देर रात तक लग रहें हैं। करीबन एक दर्जन डांसर आपको खूद ही झूमती हुई नजर आएगी। भले ही स्थानीय पुलिस के ‘इंचार्ज साहब’ को नजर ना आए।गौरतलब है कि मालाड में ‘मूड बार’ इन दिनों अचानक फिर से सबसे ज्यादा चर्चा में है।

जैसा नाम, वैसा काम
स्लोगन यहां सटीक बैठ रहा है। यहां मूड बनाने के लिए देर रात तक ‘मूड बार’ में महफिल सजी रहती है। एक समाजसेवी की मानें तो…यह बीयरबार जिस प्रापर्टी में चल रहा है, उसका कनेक्शन ऐसे सफेदपोश नेता से है, जिनका महाराष्ट्र के राजनीति में बड़ा दबदबा है। इसलिए ‘मूड बार’ के संचालक बेखौफ देर रात तक ठूमके लगवाते हैं। माजरा चाहे जो हो लेकिन अब स्थानीय स्तर पर चर्चा यह तेज हो गई हैं कि ‘आचार संहिता’ के दौरान भी मालाड पुलिस ‘इंचार्ज साहब’ एक्शन में क्यों नहीं आ रहें हैं कभी-कभार जब यह कलयुगी कृत्य सुर्खियों में जगह बनाता है, तो पूरी ताकत झोंकने के बाद मालाड पुलिस सिर्फ कागजी खानापुर्ति करके अपनी पीठ खुद ही थपथपा लेती है। मालाड पुलिस स्टेशन के ही अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि ”जोन 11 में आनंद भोईटे साहब जब नए-नए डीसीपी बन कर आए थे, तब उन्होंने अपनी टीम के माध्यम से कार्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीबन बीयरबारो में छापेमारी तेज की थी, उस दौरान बार वालों में काफी खौफ फैल गया था। फिर अचानक रेड पड़ना बंद हो गया। ऐसा क्यों, यह रहस्य बना हुआ है बहरहाल ‘मूड बार’ का संचालक मालाड पुलिस पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है।
कौन है इंचार्ज.? क्यों दे रखी है छूट.?
अभी दो दिन पूर्व की बात है. यहां बीयरबार के आसपास देर रात स्थानीय पुलिस के जवान नजर आए। एक समाजसेवी ने उच्च अधिकारियों से शिकायत कर दी थी। ऐसे में डियुटी पर तैनात एक हेड कांस्टेबल से पूछा गया कि कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, उसने तपाक से जवाब दिया कि महेंद्र घाग साहब से पूछिए कौन है इंचार्ज.? क्यों दे रखी है छूट.?


