■ जो मराठों को खत्म करने आया था, उसे यहीं दफ़ना दिया गया।
श्रीश उपाध्याय/मुंबई वार्ता

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने गुड़ी पड़वा की सभा में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने महाराष्ट्र से औरंगजेब की कब्र को न हटाने की बात कहते हुए इस मुद्दे पर विस्तार से बात की।
राज ठाकरे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद औरंगजेब को आगरा वापस चले जाना चाहिए था। लेकिन वह यहीं रुक गया। उन्होंने सवाल उठाया कि इतना बड़ा और शक्तिशाली राजा यहां क्यों रुका रहा? राज ठाकरे ने कहा कि औरंगजेब शिवाजी महाराज के विचारों को मिटाना चाहता था। लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाया। उन्होंने औरंगजेब की कब्र को हटाने और वहां एक बोर्ड लगाने की बात कही। जिस पर लिखा हो कि औरंगजेब मराठों को खत्म करने आया था और यहीं दफन हो गया।


मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि औरंगजेब ने सब कुछ करने की कोशिश की, लेकिन अंत में यहीं मर गया। औरंगजेब को दुनिया के इतिहास में पढ़ा जाता है। उसका अध्ययन किया जाता है। जब उसका अध्ययन किया जाता है, तो दुनिया भर के लोगों को पता चलता है कि वह क्या करने गया था और उसकी मृत्यु कैसे हुई? यहीं से छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम दुनिया के सामने आता है।
राज ठाकरे ने इस मौके पर महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि वहां जो सजी हुई कब्र है उसे हटाओ। वहां एक बड़ा बोर्ड लगाओ। औरंगजेब, जो हम मराठों को नष्ट करने आया था, उसे यहां दफनाया गया है। यह हमारा इतिहास है। राज ठाकरे ने साफ कहा कि जब अफजल खान यहां आया तो उसने इतिहास क्यों पढ़ा? उसने इतिहास से सीखने के लिए इतिहास पढ़ा। अफजल खान यहां आया, प्रतापगढ़ के पास मारा गया, उसकी कब्र वहीं खोदी गई।
राज ठाकरे ने कहा कि स्कूलों से बच्चों को ऐसी जगहों पर ले जाना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि महाराज ने इसे दफनाया था। यह हम पर राज करने आया था, हमारे धर्म पर हमला किया था। हमारी बहनों की इज्जत लूट रहा था। हमारे मंदिरों को तोड़ रहा था, इसलिए हमने इसे दफना दिया। उन्होंने कहा कि नहीं तो हम अगली पीढ़ी को क्या इतिहास बताएंगे?