
मुंबई वार्ता
रश्मि शुक्ला को पुलिस महानिदेशक पद से हटाकर संजय वर्मा को पुलिस निदेशक नियुक्त करने के बाद राज्य सरकार के आदेश में अस्थायी नियुक्ति का जिक्र नहीं किया गया था. इस संबंध में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने मुख्य चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने चेतावनी दी है कि 24 घंटे के भीतर संजय वर्मा की स्थायी नियुक्ति का आदेश दें, अन्यथा हम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे.
तिलक भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अतुल लोंढे ने कहा कि रश्मि शुक्ला का विस्तार केवल पुलिस महानिदेशक पद के लिए था, किसी अन्य पद के लिए नहीं. वे 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुकी थीं और जैसे ही चुनाव आयोग ने उन्हें पद से हटाया पुलिस महानिदेशक के अनुसार, वे कानून के मुताबिक सेवानिवृत्त हो चुकी हैं. ऐसे में उन्हें छुट्टी पर कैसे भेजा गया? क्या महाराष्ट्र में केवल एक ही अधिकारी है जो सरकार का सबसे प्रिय है ? क्यों रश्मि शुक्ला, अन्य अधिकारी नहीं, सदानंद दाते, रितेश कुमार, संजय वर्मा, फणसलकर सक्षम अधिकारी नहीं हैं? आशीष शेलार को इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि 60 साल के बाद भी एक व्यक्ति पर जोर क्यों? भले ही रश्मि शुक्ला रिटायर हो जाएं लेकिन उनके लिए अलग कानून बनाया जाता है, कानून की गलत व्याख्या की जाती है और उनकी नियुक्ति कर दी जाती है.
अतुल लोंढे ने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और महाराष्ट्र सरकार सभी कानूनों, नियमों, संविधान, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ताक पर रखकर रश्मि शुक्ला को नियुक्त करने का काम कर रही है। यह बीजेपी गठबंधन सरकार की ओर से रश्मि शुक्ला के सहारे चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश है.
अतुल लोंढे ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नेता शरद पवार कह रहे हैं कि उन्हें जानकारी मिली है कि पुलिस वाहन से भाजपा महागठबंधन के उम्मीदवारों को रसद मुहैया करायी जा रही है.कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा आज देश के मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे गये पत्र की प्रतिलिपि संलग्न है.