■ ट्रांसपोर्टर संगठनों से हड़ताल वापस लेने की अपील
मुंबई वार्ता/सतीश सोनी

ट्रांसपोर्टरों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों की संयुक्त समिति की रिपोर्ट एक महीने में मिल जाएगी। स्कूल बस ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल वापस ले ली है। विभिन्न अन्य परिवहन संगठनों को भी अलग से चर्चा के लिए समय दिया जा सकता है। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने भूख हड़ताल और हड़ताल न करने की अपील की।परिवहन मंत्री सरनाईक की अध्यक्षता में विधानसभा समिति कक्ष में बैठक हुई।


गृह राज्य मंत्री (शहर) योगेश कदम, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव इकबाल सिंह चहल, परिवहन आयुक्त विवेक भीमनवार,उपस्थित थे।
परिवहन मंत्री सरनाईक ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों की समस्याओं के समाधान के लिए एक समिति बनाई गई है। इसमें टैंकर ट्रांसपोर्टरों और अन्य ट्रांसपोर्टरों के प्रतिनिधियों को भी लिया जाएगा। व्यापार और विकास में वृद्धि से राज्य सरकार को भी लाभ होता है। व्यापार और उद्यमिता के विकास में ट्रांसपोर्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा है कि ट्रांसपोर्टरों के पक्ष में निर्णय लिया जाएगा। विकास में ट्रांसपोर्टरों की भागीदारी महत्वपूर्ण होने के कारण उन्हें संरक्षण देना सरकार का काम है।
परिवहन मंत्री ने शहरों में पार्किंग स्थल बनाने का निर्णय लिया है, खासकर मुंबई शहर में निजी यात्री बसों, स्कूल वैन, मालवाहक ट्रकों, टैंकरों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। परिवहन विभाग के चेक प्वाइंट बंद कर दिए गए हैं। साथ ही पुलिस और परिवहन विभाग को ऐसे निर्देश दिए गए हैं कि कोई गलत कार्रवाई न हो।
राज्य मंत्री कदम ने कहा कि मुंबई शहर में निजी यात्री बसों और स्कूल बसों की पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए काम किया जा रहा है। बेस्ट बसों, हजारों बसों के लिए पार्किंग स्थल उपलब्ध कराना आवश्यक है। नगर विकास पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी। ई-चालान के संबंध में शिकायत का संज्ञान लेते हुए इस समय पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव श्री चव्हाण और परिवहन आयुक्त श्री भीमनवार ने इस समय जानकारी प्रस्तुत की। इस समय हड़ताल वापस लेने की अपील पर ट्रांसपोर्टर संगठनों के प्रतिनिधियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
बैठक में ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस, मुंबई बस ओनर्स एसोसिएशन, फेडरेशन ऑफ टूरिस्ट टैक्सी ऑपरेटर्स, स्कूल बस एसोसिएशन ऑफ महाराष्ट्र, महाराष्ट्र ट्रक लॉरी ओनर्स एसोसिएशन, महाराष्ट्र हैवी व्हीकल इंटरस्टेट कंटेनर एसोसिएशन, ट्रांसपोर्टर्स रेस्क्यू एक्शन कमेटी जैसे संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।