सतीश सोनी/ मुंबई वार्ता
आरोपियों ने करीब 4:30 घंटे तक फरियादी को वीडियो कॉल पर किया “डिजिटल अरेस्ट”।
मलाड पुलिस ने “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के चार आरोपियों को सूरत से गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने 21 दिसम्बर 2024 को मलाड पश्चिम में रहने वाले 69 वर्षीय बुजुर्ग बिपिन शाह को वीडियो कॉल करके अंधेरी पुलिस स्टेशन का अधिकारी बनकर फरियादी से कहा कि,” गोयल नाम के व्यक्ति ने आपके आधार का इस्तेमाल करके आपके नाम का बैंक खाता खोलकर मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल किया है। जिससे आपके नाम का वारंट निकला है। आपको अरेस्ट किया जाएगा।”
यह बात सुनते ही 69 वर्षीय बुजुर्ग बिपिन शाह डर गए क्योंकि वीडियो कॉल पर वर्दी पहनकर अंधेरी पुलिस स्टेशन का अधिकारी था। आरोपी ने करीब 4:30 घंटे तक फरियादी को वीडियो कॉल पर डिजिटल अरेस्ट करके रखा। आरोपी ने 69 वर्षीय बुजुर्ग बिपिन शाह से डिजिटल अरेस्ट से बचने के नाम पर उसके यूनियन बैंक के खाते से 8 लाख 60000 रुपए बैंक आफ महाराष्ट्र के खाते में ट्रांसफर करा लिए। जिसके बाद डरे हुए 69 वर्षीय बुजुर्ग बिपिन शाह ने इस घटना की जानकारी अपनी बेटी को दी। बाद में लड़की को पता चला कि पिताजी के साथ में साइबर फ्रॉड हुआ है। लड़की ने तत्काल घटना की जानकारी मलाड पुलिस स्टेशन को दी।
मलाड पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि घटना वाले दिन जो पैसे बैंक ऑफ महाराष्ट्र में ट्रांसफर हुए थे, वह कोटक बैंक ऑफ़ महिंद्रा कामरेज सूरत में एटीएम से निकाले गए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में मलाड पुलिस ने टीम बनाकर कामरेज सूरत में जाकर जाल बिछाया। जहां पर चार आरोपी एटीएम से पैसे निकालने आए। जिस पर मलाड पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में चारों आरोपियों को एटीएम के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार चारो आरोपियों के नाम जय अशोद्रीया, संदीप केवडिया, धरम गोईल और जय मोरडिया है। जो सूरत के रहने वाले हैं। मलाड पुलिस इन आरोपियों से यह जांच कर रही हैं, कि अब तक इन आरोपियों ने कितने लोगों के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं और इनके गैंग में कितने लोग शामिल हैं ?