मुंबई वार्ता संवाददाता

पंतनगर पुलिस स्टेशन के सामने 50 वर्षो से विद्यमान पांडेय डेरी को तोड़ने बुधवार को सुबह 10 बजे ही बुलडोजर और पुलिस प्रोटेक्शन लेकर एसआरए के अधिकारी पहुँच गए थे. पांडेय के वकील ने तुरंत हाई कोर्ट के संज्ञान में यह बात लाई कि मामले में बॉम्बे उच्चन्यायालय ने स्टे दिया हुआ है. इसके बाद SRA अधिकारियों को बेरंग वापस लौटना पड़ा.


वीरेंद्र पांडेय के घर वालों ने बताया कि घर का मुखिया और होटल का मालिक वीरेंद्र पांडेय सोमवार से SRA की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रगट करते हुए सुसाईड नोट लिखकर घर से लापता है। ऐसे में पुलिस उसे ढूंढने की बजाय उसके होटल को तोड़ने पर लगी हुई है ।


पांडेय के भतीजे नीरज ने बताया कि उनका होटल एसआरए डेवलोपमेन्ट के तहत आया था । विनायक एसोसिएट के बिल्डर जयंती पटेल ने शुरुआत में दुकान रोड साइड में देने की बात कही थी लेकिन अब बिल्डर ने एसआरए अधिकारियों से मिली भगत कर होटल को अंदर की तरफ अलॉट कर दिया है जो ठीक मस्जिद के सामने है। उसी के आसपास चिकेन शॉप भी है जिस वजह से इस ब्राह्मण परिवार के सामने संकट है कि दूध दही का धंधा कैसे कर सकेंगे ? बिल्डर रोड़ की तरफ दुकान देने के लिए एक करोड़ रुपया मांग रहा है।
परिजनों की शिकायत के बाद पंतनगर पुलिस ने मिसिंग की शिकायत दर्ज कर ली है। लेकिन अभी तक होटेल मालिक का कोई पता नही चल सका है।